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हैरत! अब और 40 गांव गुम

जागरण संवाददाता, बागपत: पिछले कुछ दिनों से गांवों के गुम होने से तंत्र में खलबली मची है। पहल

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Oct 2018 09:59 PM (IST)Updated: Sat, 20 Oct 2018 09:59 PM (IST)
हैरत! अब और 40 गांव गुम
हैरत! अब और 40 गांव गुम

जागरण संवाददाता, बागपत: पिछले कुछ दिनों से गांवों के गुम होने से तंत्र में खलबली मची है। पहले गुम हुए आठ गांवों को अब तक तलाशा नहीं जा सका, लेकिन अब 40 और गांव गुम होने का मामला सामने आया है। गांवों के नहीं मिलने से ऊर्जा निगम के अफसरान हलकान हैं, क्योंकि विद्युतीकरण का काम लटका है। अधीक्षण अभियंता ने अब फिर प्रशासन से गांवों को ढूंढ़ने की गुजारिश की है।

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दरअसल,ऊर्जा निगम ने जनगणना 2011 में दर्ज 330 गांवों में बुनियादी ढांचा मजबूत करने तथा हर घर को बिजली देने का प्लान बनाकर धरातल पर काम शुरू कराया। काम ने रफ्तार पकड़ी तो गांवों के गुम होने की बात सामने आने लगी। ऊर्जा निगम को 282 गांव तो मिल गए, लेकिन बाकी 48 गांव ढूंढ़े नहीं मिल रहे हैं। अधीक्षण अभियंता ने डीएम व सीडीओ से गुमशुदा गांवों की तलाश कराने को लिखित में अनुरोध किया है। उक्त गांवों के नहीं मिलने पर ऊर्जा निगम के अफसरों की नींद उड़ी है, क्योंकि सीएम व पीएम का गांवों के विद्युतीकरण पर फोकस है।

अब गुम हुए गांव

हाजीपुर बिरान, हसनपुर जखेड़ा, औरंगाबाद जटेली, विधावती, मीरापुर, अमीनगर सराय देहात, खेड़ा बिरान, खेड़ी, टिमरी, मुकीमपुर, टटीरी देहात, दोघट देहात,तिलवाड़ा पुट्ठी, खेकड़ा देहात, सिकंदरपुर, कुतुबपुर विरान, फकरपुर विरान, नगला बेहड़ी, चक्रसेनपुरखुर्द, दिलावरनगर, रामपुर खुर्द, हबीबपुर माजरा, अकबरपुर ठसका, बड़ौत देहात, मिरापुर, देवीगढ़, छपरौली देहात, राजपुर, नगला अगरी, मौज्जमपुर उर्फ लाड़पुर, मुकर्रमपुर चकबंदी, मनियारबड़ी, जोनमानी, मुजफ्फरपुर, कल्याणपुर, उकाली, सुलतानपुर, शेखपुरी तथा नगला वहान।

पहले गुम हुए गांव

ओढ़ापुर, बसावा, अहमदाबादगढ़ी, जैबाबाद, कोहनाबाद, ख्वाजा नंगला, धनोरा और बसा टीकरी। इन गांवों के नहीं मिलने का मामला प्रकाश में आने की खबर दैनिक जागरण में 22 सितंबर को प्रमुखता से छपी थी।

आंखों पर पड़ा पर्दा

गुम गांवों में 25 गांव गैर आबाद हैं। अमीनगर सराय, टटीरी, छपरौली, खेकड़ा तथा दोघट गांव नहीं, बल्कि नगर पंचायतें हैं। बाकी 18 गांव बागपत में ही होंगे। ये गांव ऊर्जा निगम को नजर नहीं आते, क्योंकि आंखों पर पर्दा पड़ा है।

इन्होंने कहा..

हमने पहले भी सीडीओ साहब को लिखा था, लेकिन अब फिर गांवों को तलाश करवाने का अनुरोध किया है।

-रामवीर ¨सह, एसई-ऊर्जा निगम।

अधीक्षण अभियंता ने गांव नहीं मिलने की रिपोर्ट भेजी है। हमनें गांवों का सत्यापन करने को बीडीओ लगाए हैं।

-पीसी जायसवाल, सीडीओ।


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