नेताजी के साथ लड़ी थी बागपत के वीरों ने आजादी की जंग
यूं तो देश की आजादी की लड़ाई में बागपत के वीर सपूतों की लंबी फेहरिस्त है।
बागपत, जेएनएन। यूं तो देश की आजादी की लड़ाई में बागपत के वीर सपूतों की लंबी फेहरिस्त है, लेकिन कुछ ऐसे सपूत थे जिन्होंने नेताजी सुभाषचंद्र बोस का दिल जीतने में कसर बाकी नहीं छोड़ी थी। ढिकौली गांव ने तो नेताजी का साथ निभाने में मिसाल ही कायम कर दी थी, क्योंकि इस गांव में 12 वीर सपूत आजाद हिद फौज में शामिल होकर अंग्रेजों की नाक में दम कर दिया था।
ढिकौली गांव के 94 वर्षी कैप्टन राज सिंह बताते हैं कि उनके गांव के लहरी सिंह 1939 में आजाद हिद फौज में शामिल हुए और कुछ ही दिनों में नेताजी सुभाषचंद्र बोस के इतने विश्वासपात्र बन गए कि उनकी सुरक्षा का जिम्मा संभालने लगे। अंग्रेजों को चकमा देने को लहरी सिंह पठानी शूट पहनकर नेताजी की सुरक्षा देखते थे।
वहीं दो सगे भाई जिले सिंह और अलम सिंह नेताजी से इतने प्रभावित हुए कि आजाद हिद फौज में शामिल होकर उनके साथ देश को आजाद कराने को काम किया था। ढिकौली के ही दिलावर सिंह, कालू, बेगराज, अनूप सिंह, खेचूड, भीम सिंह और नदान काले समेत कुल 12 वीर सपूत आजाद हिद फौज में थे।
कैप्टन राज सिंह बताते हैं कि हमनें आजादी से पहले सुना तो यहां तक था कि एक बार नेताजी अपनी सुरक्षा का जिम्मा देखने वाले लहरी सिंह के साथ रात में ढिकौली के जंगल में एक बाग में कुछ देर रुके थे, लेकिन इसका कोई प्रमाण हमारे पास नहीं है। प्रति. से दिया मतदाता जागरूकता का संदेश
दिगंबर जैन कालेज में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा शुक्रवार को मतदाता जागरूकता अभियान के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
असिस्टेंट प्रोफेसर डा. किरण गर्ग के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ कालेज प्राचार्य डा. वीरेंद्र सिंह ने किया। इस मौके पर प्राचार्य ने कहा कि युवा शक्ति का प्रतीक है, इसीलिए किसी भी देश की शक्ति युवाओं के निर्णय पर ही अधीन होती है। इस मौके पर आयोजित रंगोली एवं पोस्टर प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका में चित्रकला विभाग की विभागाध्यक्ष डा. गीता राणा एवं बीएड के विभागाध्यक्ष डा. महेश कुमार मुछाल रहे। प्रतिभागियों में विशाल, श्रुति लोहान, सुरभि, पायल, सलोनी, दीपांशी, इशिका, प्रताप वर्मा, वंदना वर्मा, शालू, अनुराग, इशिता, वैशाली, कशिश, विनय, संजीव, अक्षय वत्स आदि शामिल हुए। इस दौरान मतदान जागरूकता के लिए सैमसंग कार द्वारा किए गए नुक्कड़ नाटक में वोट को लोकतंत्र का आधार बताया गया। कार्यक्रम में डा. कीर्ति शर्मा, डा. कविता अग्रवाल, डा. ओमवती, डा. सुनीता आदि का सहयोग रहा।