नवरात्र आज से, सजेगा माता का दरबार
बागपत आज यानि शनिवार से नवरात्र प्रारंभ शुरू हो रहे है। आज से श्रद्धालुओं के घर में माता का दरबार सज जाएगा। प्रथम नवरात्र को माता शैलपुत्री का पूजन श्रद्धालु करेंगे। शुक्रवार को नवरात्र को लेकर बाजार में श्रद्धालुओं ने पूजन सामग्री की खरीददारी की। माता रानी की तस्वीर चुनरी नारियल व व्रत सामग्री की खरीदारी की। ज्योतिषाचार्य पंडित राजकुमार शास्त्री ने बताया कि छह अप्रैल से नवरात्र होंगे और 13 अप्रैल को समाप्त होंगे। इस बार नवरात्र आठ ही दिन के होंगे। अष्टमी व नवमी एक ही दिन है। कलश की स्थापना का शुभ मुहूर्त 11.35 बजे से 12.24 बजे तक है। श्रद्धालुओं के लिए नवरात्र फलदायी होते है। ------ भूपेन्द्र शर्मा
जागरण संवाददाता, बागपत: आज यानि शनिवार से चैत्र नवरात्र आरंभ हो रहा है। आज से श्रद्धालुओं के घरों में माता का दरबार सजेगा। प्रथम दिन श्रद्धालु माता शैलपुत्री का पूजन करेंगे। नवरात्र को लेकर मंदिरों को भी सजाया गया है। चैत्र नवरात्र का प्रारंभ आज से हो रहा है। नवरात्र के लिए जहां मंदिरों को सजाया गया है, वहीं श्रद्धालुओं ने घरों में माता का दरबार लगाने की तैयारी भी की है। बाजारों में नवरात्र को लेकर श्रद्धालुओं ने पूजन व व्रत सामग्री की खरीददारी की। माता रानी की तस्वीर, चुनरी, नारियल व व्रत सामग्री की खरीदारी की।
ज्योतिषाचार्य पंडित राजकुमार शास्त्री ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए नवरात्र फलदायी होते हैं। छह अप्रैल से नवरात्रि शुरू होगी और 13 अप्रैल को पूर्ण होगी। इस बार नवरात्र आठ दिन का ही होगा, क्योंकि अष्टमी व नवमी एक ही दिन है। प्रथम नवरात्र को कलश की स्थापना का शुभ मुहूर्त दिन में 11.35 बजे से 12.24 बजे तक है। चाहें तो सुबह आठ बजे से पूर्व भी कर सकते हैं।
पक्का घाट मंदिर, जानकीदास मंदिर, शालीग्राम मंदिर, श्री ठाकुरद्वारा मंदिर, श्री बागेश्वर महादेव मंदिर, भूमिया मंदिर, शिव मंदिर आदि नवरात्र के चलते सज गए हैं। इन मंदिरों में भव्य सजावट की गई है, साथ ही श्रद्धालुओं के माता का पूजन करने आने के लिए मंदिरों में विशेष व्यवस्था की गई है।
फलों के दाम चढ़ गये
नवरात्र के चलते बाजार में फलों के दामों में भी वृद्धि हो गई है। केला 50 से 70 रुपये दर्जन, सेब 70 से 80 रुपये किलो, अंगूर 70 से 85 रुपये प्रति किलो, संतरा 50 से 60 रुपये प्रति किलो हो गए हैं। इसके अलावा अन्य फलों के दाम भी बढ़ गये हैं।