प्राकृतिक चिकित्सा को जन-जन तक पहुंचाएं : डा. दिनेश उपाध्याय
आयुष राज्यमंत्री डा. दिनेश उपाध्याय ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति पंच तत्वों पर आधारित है जो प्रकृति के अधिक करीब है और शरीर पर इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। उन्होंने प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को लोकप्रिय बनाने का आह्वान किया।
बागपत, जेएनएन। आयुष राज्यमंत्री डा. दिनेश उपाध्याय ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति पंच तत्वों पर आधारित है, जो प्रकृति के अधिक करीब है और शरीर पर इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। उन्होंने प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को लोकप्रिय बनाने का आह्वान किया।
आयुष राज्य मंत्री ने शुक्रवार को शहर के बुढ़ाना रोड स्थित श्री राम प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग संस्थान में नई ओपीडी के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि यह बात कही। डा. उपाध्याय ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा के अंतर्गत जोड़ों का दर्द, ऑर्थराइटिस, स्पॉन्डिलाइटिस, साइटिका, पाइल्स, कब्ज, एसिडिटी, पेप्टिक अल्सर, फैटी लीवर, कोलाइटिस, माइग्रेन, मोटापा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, श्वांस रोग, दमा, ब्रोंकाइटिस, सीओपीडी (क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) व त्वचा संबंधी रोगों का सफलतम उपचार संभव है। डा. महेश कुमार मुछाल ने कहा कि मड बाथ, मिट्टी की पट्टी, वेट शीट पैक (गीली चादर लपेट), हॉट आर्म एंड फुट बाथ (गर्म पाद स्नान), सन बाथ (सूर्य स्नान), कटि स्नान, स्टीम बाथ, एनीमा, स्पाइन स्प्रे बाथ, मॉर्निंग वॉक, जॉगिग के अलावा उपवास, दूध कल्प, फलाहार, रसाहार, जलाहार द्वारा भी इलाज किया जाता है। इस मौके पर डा. संगीत धनकड़, आचार्य सत्य प्रकाश, यासमीन, डॉ. प्रदीप धनकड़, अमित, वरुण सोनू, सत्य प्रकाश आर्य साइना, आरव, यासमीन, कमल रणतेज आदि मौजूद रहे।