मुखबिरी के शक में गैंगस्टर ने की थी अधिवक्ता की हत्या
अधिवक्ता जाहिद चौधरी की हत्या के केस का पुलिस ने गैंगस्टर व उसके साथी को गिरफ्तार कर राजफाश कर दिया।
बागपत, जेएनएन। पुलिस ने गैंगस्टर व उसके साथी को गिरफ्तार कर अधिवक्ता जाहिद चौधरी हत्याकांड का राजफाश कर दिया है। बदमाश ने मुखबिरी के शक में अधिवक्ता की हत्या की थी।
सोमवार को पत्रकार वार्ता में एसपी प्रताप गोपेंद्र यादव और एएसपी अनिल सिंह सिसोदिया ने बताया कि विवेचना में प्रकाश में आए गैंगस्टर सरफराज पुत्र शमशेर निवासी गांव पुरबालियान मुजफ्फरनगर और मुस्तफा पुत्र अय्यूब निवासी गांव पलड़ा, बागपत को सोमवार सुबह दाहा-बरनावा रोड पर पुसार तिराहे के पास गिरफ्तार किया गया। उनकी निशानदेही पर पलड़ा गांव के जंगल से घटना में प्रयुक्त एक पिस्टल, तमंचा, दो कारतूस, एक खोखा और अपाचे बाइक बरामद की। सरफराज पलड़ा गांव में अपनी ननिहाल में आता-जाता रहता है। वारदात करने के बाद वह पलड़ा में ही छिपता था।
17 जून को मुजफ्फरनगर की मंसूरपुर थाना पुलिस ने सरफराज को मुठभेड़ में घायल कर गिरफ्तार किया था। सरफराज को संदेह था कि पलड़ा निवासी अधिवक्ता जाहिद ने मुखबिरी करके उसे पुलिस से पकड़वाया है। इसका बदला लेने के लिए उसने अधिवक्ता की हत्या करने की ठान ली थी। गत नौ अगस्त को जेल से जमानत पर छूटने के बाद अपने दोस्त मुस्तफा के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। यह था मामला
पलड़ा गांव निवासी अधिवक्ता मोहम्मद जाहिद चौधरी गत 30 सितंबर की शाम कचहरी से बाइक द्वारा घर लौट रहे थे। रास्ते में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी। उनके भाई मोहम्मद काबिल ने दोघट थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
इनसेट
सरफराज पर दर्ज हैं 11 मुकदमे
पुलिस के मुताबिक, सरफराज के खिलाफ मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत में हत्या, जानलेवा हमला, लूट, चोरी समेत विभिन्न धाराओं में 11 मुकदमे दर्ज हैं। मंसूरपुर थाना पुलिस ने उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की थी।