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दीपक को भाई ने ही उतारा था मौत के घाट

जागरण संवाददाता, बागपत : युवक दीपक की हत्या के केस का पुलिस ने उसके ही छोटे भाई को गि

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 Sep 2018 11:16 PM (IST)Updated: Wed, 05 Sep 2018 11:16 PM (IST)
दीपक को भाई ने ही उतारा था मौत के घाट
दीपक को भाई ने ही उतारा था मौत के घाट

जागरण संवाददाता, बागपत : युवक दीपक की हत्या के केस का पुलिस ने उसके ही छोटे भाई को गिरफ्तार कर राजफाश कर दिया। उसके पास से हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद हुआ। आरोपित बोला कि दीपक की गलत आदतों से तंग आकर उसने खून से हाथ रंगे। वह युवक इंतजार की हत्या करने के बहाने से शराब पिलाकर दीपक को घर से लेकर गया था। मौका पाकर रास्ते में वारदात को अंजाम दे दिया।

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पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने पत्रकार वार्ता में बताया कि कस्बा अग्रवाल मंडी टटीरी के युवक दीपक की 30 अगस्त की रात हुई हत्या के केस में प्रकाश में आया कि नामजद आरोपितों ने वारदात को अंजाम नहीं दिया है। गहनता से जांच की गई तो पता चला ही उसके ही भाई रजनीश ने हत्या की है। उसको गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त तमंचा, 2 खोखा कारतूस बरामद किए गए। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि दीपक शराब पीकर झगड़ा रखता था। कोई काम भी नहीं करता था। रुपये न देने पर दीपक ने उसकी कन्फेक्शनरी की दुकान में तोड़फोड़ कर दी थी। उसकी पत्नी के जेवर भी बेच दिये और उसके बच्चों की एफडी तुड़वाकर शराब में रुपये खर्च कर दिए थे। वह दीपक की आदतों से तंग आ चुका था। 30 तारीख को इंतजार से झगड़ा होने पर दीपक ने उससे कहा था कि तुम मेरी मदद नहीं करते हो। तभी उसने दीपक को मारने की योजना बनाई। इसके लिए उसको पहले खूब शराब पिलाई और इंतजार की हत्या करने के बहाने तमंचा लेकर घर से दीपक को साथ लेकर चल दिया। रास्ते में मौका पाकर दीपक की पीठ व कमर में गोली मारकर हत्या कर दी। बाद में एक प्लाट की दीवार कूदकर अपने घर पर पहुंच गया था। एसपी के मुताबिक आरोपित रजनीश को जेल भेज दिया गया।

खुद ही पिता के साथ तमंचा लेकर कोतवाली पहुंच गया था रजनीश

आरोपित रजनीश ने बताया कि झगड़ा होने पर इंतजार ने दीपक को मारने की धमकी दी थी। इसी का फायदा उठाते हुए उसने दीपक की हत्या की थी। उसको उम्मीद थी कि उस पर कोई शक नहीं करेगा और इंतजार इस केस में फंस जाएगा, लेकिन जब उसको लगा कि पुलिस को पता चल गया कि इंतजार ने दीपक की हत्या नहीं की है। पुलिस का उनके परिवार पर ही हत्या का शक है। पुलिस उसके परिजनों को जेल न भेज दे, इसलिए वह खुद ही अपने पिता के साथ हत्या में प्रयुक्त तमंचा लेकर मंगलवार दोपहर कोतवाली पहुंच गया था।

कोतवाली से छोड़ दिए गए तीनों नामजद आरोपित

इस मामले में मृतक दीपक के पिता अशोक द्वारा नामजद कराए गए आरोपित इंतजार उसके भाई आसू व साथी सुनील को पुलिस अधिकारियों ने क्लीनचिट दे दी है। इंतजार व आसू को भी बुधवार को कोतवाली से छोड़ दिया गया, जबकि आरोपित सुनील को पुलिस ने सोमवार रात ही छोड़ दिया था।


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