मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की जांच में कुछ खास हुए सर्विलांस, सफेदपोश और सुपारी
मोबाइल काल, सर्विलांस, हत्या की सुपारी, पूर्वांचल का सफेदपोश, बैंक ट्रांजेक्शन और न जाने कितनी चर्चाएं मुन्ना बजरंगी हत्याकांड को लेकर सामने आ रही हैं।
बागपत (जेएनएन)। मोबाइल काल, सर्विलांस, हत्या की सुपारी, पूर्वांचल का सफेदपोश, बैंक ट्रांजेक्शन और न जाने कितनी चर्चाएं मुन्ना बजरंगी हत्याकांड को लेकर सामने आ रही हैं। इससे कहीं न कहीं कुछ संकेत भी मिल रहे हैं लेकिन इस सबके बावजूद पुलिस के हाथ कोई महत्वपूर्ण सुराग नहीं है। जांच में लगी क्राइम ब्रांच की सर्विलांस टीम मोबाइल काल डिटेल के लिए दर्जनों संदिग्ध कॉल का डाटा खंगाल रही है। आठ जुलाई की रात और नौ की सुबह के बीच कई संदिग्ध कॉल की पड़ताल हो रही है। पूर्वांचल के नंबरों पर बातचीत होने की सूचना है। खाकी जांच में लगे सूत्र बताते हैं कि वारदात का सूत्रधार पूर्वांचल का एक सफेदपोश है। पुलिस जांच में 10 करोड़ रुपये की सुपारी की बात भी आ रही है। हत्या से एक दिन पहले जौनपुर के एक बैंक से करीब सात करोड़ रुपयों का ट्रांजेक्शन हुआ है। तीन करोड़ रुपये दूसरे बैंक से निकाले गए इसलिए सुपारी का जिक्र आ रहा है। पुलिस बैंक खातों के भी डिटेल निकलवा रही है। आला अधिकारियों की मंथन बैठकें चल रही हैं लेकिन कोई क्लू हाथ नहीं है।
मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की कुछ खास बातें
- मोबाइल काल डिटेल से खुलते राज
- पूर्वांचल कनेक्शन की बात सामने
- जौनपुर से दस करोड़ का ट्रांजेक्शन
- सुनील के पास पहले से थी पिस्टल
- बागपत कारागार में स्टाफ की कमी
- महिला मुलाकातियों की चेकिंग नहीं
- बागपत जेल में महिला सुरक्षाकर्मी नहीं
- सीओ की पूछताछ में कुछ हाथ नहीं
फिलहाल कोई क्लू हाथ नहीं
बागपत के पुलिस कप्तान जय प्रकाश का कहना है कि वह इस केस में सर्विलांस की मदद ली जा रही है। कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। उनको तस्दीक किया जा रहा है। पुलिस अभी जांच कर रही है। कोई भी क्लू अभी पुलिस के हाथ नहीं लगा है। आइजी, मेरठ रामकुमार का कहना है कि बजरंगी हत्याकांड में पुलिस बहुत जल्द पर्दाफाश कर देगी। जेल अधीक्षक (अतिरिक्त चार्ज) विपिन कुमार मिश्रा का का कहना है कि अभी इस मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। विवेचक इसे सुलझाने में लगे हैं। आइजी-मेरठ रामकुमार ने बताया कि फिलहाल पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है। सीमा सिंह के आरोप पर भी गौर किया जा रहा है। उम्मीद है, जल्द घटना का राजफाश हो जाएगा। पुलिस बेहद नजदीक पहुंच चुकी है।
किसने और क्या बातें की
जेल में अपराधी मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो कई बंदियों के पास स्मार्ट फोन भी हैं। ये वाट्सएप का इस्तेमाल करते हैं। सूत्रों की मानें तो मुन्ना बजरंगी की हत्या से पहले और बाद में मोबाइल का खूब इस्तेमाल हुआ। वाट्सएप पर भी चैट हुई। सर्विलांस की मदद से पुलिस की टीम पता लगा रही है कि किसने और क्या बातें की हैं। सूत्रों की माने तो पूर्वांचल के कई लोगों से लंबी बातें हो रही हैं। वहां की जेल में बंद अपराधी से भी फोन पर बात होने की जानकारी मिल रही है। पुलिस के अधिकारियों ने गुरुवार को भी जेल में पहुंचकर राठी समेत कई से पूछताछ की तथा बयान दर्ज किए। दूसरी ओर इस केस की न्यायिक जांच भी शुरू हो गई है। गुरुवार को एक न्यायिक अधिकारी ने भी जेल में पहुंचकर जांच-पड़ताल कर बयान दर्ज किए।
पूर्वांचल कनेक्शन की बात
बागपत से हमारे संवाददाता पंकज तोमर ने विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से बताया कि कुख्यात सुनील राठी पूर्वांचल में अपना साम्राज्य स्थापित करना चाहता है। जांच रिपोर्ट की मानें तो, जेल में बजरंगी की हत्या से एक दिन पहले जौनपुर के एक बैंक से करीब सात करोड़ रुपयों का ट्रांजेक्शन हुआ है। तीन करोड़ रुपये वहीं के दूसरे बैंक से निकाले गए। इसलिए 10 करोड़ की सुपारी का जिक्र जांच में सामने आया है। पुलिस बैंक खातों की डिटेल निकलवा रही है। जांच रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि सुनील के पास काफी समय से उसकी अपनी पिस्टल थी। जब वह जेल में आया तो पिस्टल लेकर आया था। यह देशी है या विदेशी, फॉरेंसिक रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा।