सुनील के इशारे पर नाचता है जेल प्रशासन
बागपत : जेल प्रशासन सुनील राठी की अंगुली पर नाचता है। सोमवार को यह बात जगजाहिर भी हो गई।
बागपत : जेल प्रशासन सुनील राठी की अंगुली पर नाचता है। सोमवार को यह बात जगजाहिर भी हो गई। उसने जेल के अंदर ही माफिया मुन्ना की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी। दस माह पूर्व उसने रुड़की के एक चिकित्सक से रंगदारी मांगी थी तो कमिश्नर के आदेश पर जेल में छापामारी की गई थी। यहां पर कई प्रतिबंधित वस्तुएं मिली थीं। यह भी जेल अफसरों और सुनील की मिलीभगत दर्शाती है। लापरवाही पाए जाने पर तत्कालीन जेलर भोलानाथ मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई भी की गई थी।
दोघट क्षेत्र के टीकरी कस्बा निवासी सुनील राठी के खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी समेत दर्जनों मुकदमें दर्ज हैं। पिछले साल राठी को हरिद्वार से बागपत जेल में शिफ्ट किया गया था। थोड़े दिन बाद ही राठी ने जेल से फोन पर रुड़की के चिकित्सक एनडी अरोड़ा से पचास लाख रुपये की रंगदारी मांगी। इस प्रकरण में पुलिस ने उसकी मां पूर्व चेयरपर्सन राजबाला चौधरी को गिरफ्तार किया था। जेल में मोबाइल के प्रयोग की शिकायत पर कमिश्नर ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। पांच नवंबर को मेरठ के एडीएम और एसपी बागपत ने छापामारी की थी। हाई सिक्योरिटी बैरक के पास स्मार्ट फोन समेत दो मोबाइल, चाकू समेत कई अन्य प्रतिबंधित चीजें मिली थीं। स्मार्ट फोन राठी का होने की आशंका जताई गई थी। हालांकि अफसरों ने मामले को दबा दिया और मोबाइल के बारे में अभी भी रहस्य ही बना हुआ है। मुन्ना की हत्या जेल प्रशासन और सुनील राठी की साठगांठ का नतीजा है।
जेल में रची जाती रही हैं हत्या की साजिश
बागपत जेल में बंद अपराधी वारदातों की साजिश रच रहे हैं। यहीं से वारदातों को भी अंजाम दिया जा रहा है। जाहिद लंबू ने साथियों से पांच मार्च को कांग्रेस नेत्री मुन्नी बेगम की हत्या कराई। जेल से ही निरपुड़ा गांव में डेयरी पर बुजुर्ग की हत्या कराई की थी। जेल से ही कई अपराधियों ने रंगदारी मांगी और हत्या की धमकी भी दी गई।
खून खराबे की थी आशंका
जेल में आए दिन बंदियों के बीच वर्चस्व की लड़ाई चलती रहती है। बंदियों से सुविधा शुल्क लेने को लेकर जेलर और बंदी रक्षक भी खुलकर आमने-सामने आ चुके हैं। जेल में खून खराबे की आशंका पहले ही जाहिर कर दी गई थी।