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मुन्ना बजरंगी हत्या के अारोपी सुनील राठी का भाई अरविंद राठी देवरिया जेल ट्रांसफर

तन्हाई बैरक में जहां बजरंगी की हत्या हुई, वहां सुनील राठी के अलावा अन्य कई कुख्यात भी मौजूद थे, पर अभी तक पुलिस को कोई चश्मदीद गवाह नहीं मिला।

By Ashish MishraEdited By: Published: Wed, 25 Jul 2018 11:40 AM (IST)Updated: Wed, 25 Jul 2018 12:52 PM (IST)
मुन्ना बजरंगी हत्या के अारोपी सुनील राठी का भाई अरविंद राठी देवरिया जेल ट्रांसफर
मुन्ना बजरंगी हत्या के अारोपी सुनील राठी का भाई अरविंद राठी देवरिया जेल ट्रांसफर

देवरिया (जेएनएन)। मुन्ना बजरंगी की हत्या का आरोपित कुख्यात सुनील राठी का भाई अरविंद राठी बागपत से मंगलवार की रात देवरिया जेल भेजा गया। देर रात उसे देवरिया जेल में शिफ्ट कर दिया गया।

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वहीं जिला जेल में मुन्ना बजरंगी हत्याकांड में कोई सुराग नहीं मिलने से तन्हाई बैरक के बंदियों से पुलिस दोबारा पूछताछ करेगी। पुलिस ने सीजेएम कोर्ट से पूछताछ को अनुमति मांगी है। पुलिस का मानना है कि जेल से ऐसे तथ्य अवश्य मिलेंगे, जिससे हत्या की वजह का पता लग सकेगा। नौ जुलाई को जेल में पूर्वांचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप हिस्ट्रीशीटर सुनील राठी पर है। तन्हाई बैरक में जहां बजरंगी की हत्या हुई, वहां सुनील राठी के अलावा अन्य कई कुख्यात भी मौजूद थे, पर अभी तक पुलिस को कोई चश्मदीद गवाह नहीं मिला।

सीओ वंदना शर्मा, विवेचक रजनीश कुमार के साथ पुलिस जेल में बंदियों से पूछताछ कर चुकी है, पर नतीजा सिफर है। मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा का भी कहना था कि माफिया डॉन की हत्या बड़े स्तर से कराई गई है। सुनील राठी तो सिर्फ मोहरा है। हत्याकांड के समय ट्रेनिंग पर गए इंस्पेक्टर शिव प्रकाश सिंह के लौटने पर उच्च अधिकारियों ने विवेचना उन्हें दी है। अब हत्याकांड की वजह का पता लगाने के लिए इंस्पेक्टर दोबारा से हत्या के वक्त तन्हाई बैरक में मौजूद कुख्यातों से पूछताछ करेंगे।

कुख्यात सुनील राठी का भाई अरविंद देवरिया जेल भेजा गया

कुख्यात सुनील राठी के बाद अब उसके भाई अरविंद राठी पर भी शिकंजा कस गया। अफसरों ने कड़ी सुरक्षा में उसे मंगलवार को देवरिया जेल भेज दिया। दोघट थाने के हिस्ट्रीशीटर सुनील राठी का भाई अरविंद पिछले कई माह पूर्व देवरिया जेल से बागपत कारागार में था। जेल प्रशासन पुलिस गार्द न मिलने की बात कहता था। इसी का फायदा अरविंद राठी उठा रहा था। सुनील और अरविंद दोनों भाई बागपत जेल में आराम से रह रहे थे। मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद बागपत जेल की व्यवस्थाओं की पोल खुली।

एडीजी जेल चंद्रप्रकाश ने खुद 10 जुलाई को बागपत जेल में पहुंचकर जांच-पड़ताल की और अफसरों के साथ घंटों मीटिंग की थी। कई बंदियों को दूसरी जेल में शिफ्ट करने के लिए सूची ली थी। उसके तीसरे दिन ही सुनील राठी के फतेहगढ़ सेंट्रल जेल में शिफ्ट करने के बागपत के अफसरों के पास आदेश आ गए थे। 14 जुलाई की रात राठी को फतेहगढ़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। मंगलवार को पुलिस अरविंद को बागपत जेल से देवरिया कारागार ले गई। डिप्टी जेलर सुरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि मंगलवार को पुलिस गार्द मिलने पर अरविंद को देवरिया जेल भेज दिया गया।  


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