तेंदुए को देखकर किसानों ने नलकूप के कमरे में घुसकर बचाई जान
नंगला कनवाड़ा गांव के जंगल में तेंदुए को देखकर भयभीत किसानों ने नलकूप के कमरे में घुसकर जान बचाई। किसानों ने गांव में मोबाइल से लोगों को सूचना दी।
बागपत, जेएनएन। नंगला कनवाड़ा गांव के जंगल में तेंदुए को देखकर भयभीत किसानों ने नलकूप के कमरे में घुसकर जान बचाई। किसानों ने गांव में मोबाइल से लोगों को सूचना दी। इस पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और किसानों को अपने साथ ले गए। इसी बीच तेंदुआ भाग निकला।
क्षेत्र के ग्राम नंगला कनवाड़ा निवासी किसान धर्मवीर पुत्र ओमवीर अपने खेत पर कार्य कर रहा था। उसे गन्ने के खेत में सरसराहट की आवाज सुनाई दी। वह दौड़कर मुख्य रास्ते पर आ गया। बताया कि कुछ ही पल में तेंदुआ गन्ने के खेत से सेह को मुंह में दबोचकर निकलता दिखाई दिया। धर्मवीर ने शोर मचा दिया, शोर सुनकर आसपास के अन्य किसान भी वहां आ गए तथा तेंदुए को देख एक नलकूप के कमरे में घुस गए। किसानों ने इसकी सूचना ग्राम प्रधान मांगेराम आर्य को दी। सैकड़ों ग्रामीण लाठी डंडे लेकर शोर मचाते हुए जंगल की तरफ दौड़ पड़े। इस बीच तेंदुआ भाग निकला। ग्रामीण किसानों को नलकूप के कमरे से निकालकर गांव में लाये।
ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। लेकिन वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची। वहीं भयभीत ग्रामीण अब रात्रि में गांव के बाहरी छोर पर एकत्र होकर पहरा दे रहे हैं। ग्राम प्रधान मांगेराम आर्य ने बताया कि गांव के आसपास कई दिनों से तेंदुआ देखा जा रहा है। वन रेंजर मदनपाल ने बताया कि उन्हें अभी इस मामले की जानकारी ही नहीं मिली है।