बेटे को भाईचारे की अनमोल विरासत सौंप गए नवाब साहब
जासं, बागपत: रालोद नेता पूर्व मंत्री मरहूम कोकब हमीद समाज में सौहार्द कायम करने को लेकर ि
जासं, बागपत: रालोद नेता पूर्व मंत्री मरहूम कोकब हमीद समाज में सौहार्द कायम करने को लेकर फिक्रमंद रहते थे। उनके निकट रहे आस मोहम्मद बताते हैं कि नवाब कोकब हमीद ने निधन से एक माह पहले अपने बेटे अहमद हमीद को पास बुलाया और उनकी सामाजिक विरासत को कायम रखने,समाज के हर वर्ग से मिलकर चलने, कभी किसी से मुंह न मोड़ने और सामाजिक दायरा बढ़ाने बढ़ाने की सीख दी थी।
रालोद नेता हाजी जमीरुद्दीन अब्बासी बताते हैं कि कोकब हमीद लंबे समय तक विधायक और मंत्री रहे। किसी काम को लेकर यदि कोई नाराज हो जाता था तो वह उन्हें मनाना बाखूबी जानते थे। व्यापारी नेता नंदलाल डोगरा कहते हैं कि पूर्व मंत्री नवाब होते हुए भी जमीनी नेता थे। जिसने भी ब्याह-शादी या अन्य समारोह में निमंत्रण दिया, उनके यहां अवश्य पहुंचे। वह लोगों के सुख-दुख में शामिल होते थे।
सब यहीं रह जाना है..
बागपत: नगर निवासी धर्म ¨सह बताते हैं कि जब कोकब हमीद पहली बार 1987 में नारायणदत्त तिवारी की सरकार में ऊर्जा राज्यमंत्री बनकर बागपत पहुंचे तो बाजार में उनका स्वागत करने को सभा की गई। तब कोकब हमीद ने कहा था कि मंत्री होना बड़ी बात नहीं, बल्कि बड़ी बात ये है कि समाज से कितना प्यार मिलता है। चाहे कोई राजा हो या रंक, हर किसी को इस दुनिया से जाना है। हम मंत्री बन गए तो क्या हुआ?..मरने के बाद तो मिट्टी में ही दफन होना है। सब यहीं रह जाना है..
नगर पालिका परिषद रही बंद
बागपत: पूर्व मंत्री कोकब हमीद के निधन के शोक में बागपत की नगर पालिका परिषद में अवकाश रहा। कस्बा टीकरी के चेयरमैन सोमपाल राठी ने भी हवेली पहुंचकर कोकब हमीद के निधन पर दुख जताया। एसडीएम और सीओ समेत अनेक अधिकारियों ने उनकी हवेली जाकर शोक व्यक्त किया।
बागपत को दिया
औद्योगिक विकास
बागपत: रालोद नेता एवं पूर्व मंत्री कोकब हमीद ने बागपत को औद्योगिक विकास की राह दिखाई। दो दशक पूर्व उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास से सिसाना और निवाड़ा गांव में फैक्ट्रियां लगवाने को जमीन का अधिग्रहण कराया, ताकि बागपत के विकास को रफ्तार मिले।