बागपत में कश्मीरी छात्रों के साथ मारपीट, सेंटर छोड़ सड़क पर आए छात्र
बागपत में दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत पढ़ाई कर रहे है कश्मीरी छात्रों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। छात्रों ने कश्मीरी बताने व कालेज ने छेड़छाड़ का मामला बताया।
By Taruna TayalEdited By: Published: Wed, 15 May 2019 03:14 PM (IST)Updated: Wed, 15 May 2019 03:14 PM (IST)
बागपत, जेएनएन। सरकार भले ही कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा के कितने भी दावे करे, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। पिछले कुछ समय से कश्मीरी छात्रों पर लगातार हो रही हमले की घटनाएं सरकार के दावों की पोल खोल रही हैं। बुधवार को बागपत के स्यादवाद इंस्टीट्यूट में कश्मीरी छात्रों से मारपीट का मामला सामने आया है। घटना के बाद दर्जनो छात्रों ने कॉलेज छोड़ दिया। कालेज प्रबंधन ने आरोपित दो छात्रों पर लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करने की बात कही है। वहीं छात्रों ने खुद को जम्मू कश्मीर का बताने पर मारपीट का आरोप लगाया है। उधर, पुलिस ने भी मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
यह है मामला
जानकारी के अनुसार क्षेत्र के दिल्ली-सहारनपुर हाईवे स्थित स्यादवाद इंस्टीटूट में पिछले पांच दिनों ने एक धार्मिक कार्यक्रम चल रहा है। जहां कुछ महिलाओं में सामान बेचने के लिए कॉलेज परिसर में ही स्टाल लगाए हुए हैं। बताया गया कि मंगलवार की रात कार्यक्रम के दौरान दो कश्मीरी छात्रों ने स्टाल पर सामान बेच रही एक लड़की के साथ छेड़छाड़ कर दी, जिसकी शिकायत पर लड़की के परिजनों ने छात्र मोहम्मद आकिब की जमकर पिटाई की, जिसमें वह जख्मी भी हो गया। कालेज प्रबंधन के अनुसार रात को ही छात्र ने अपना जुर्म कबूल कर लड़की से माफी भी मांगी। उधर बुधवार को इसी मामले में अनेक कश्मीरी छात्र कालेज से सामान बांधकर सड़क पर उतर आए तथा खुद की जम्मू कश्मीर का बताने पर मारपीट का आरोप लगाया।
सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे छात्र
छात्रों का कहना था कि वह कालेज में खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। उन्होंने अपना ट्रांसफर जम्मू ब्रांच में करने की मांग की। उन्होंने कालेज प्रबंधन पर उन्हें भूखा रखने व कालेज से निकलने का भी आरोप लगाया है। कालेज के चैयरमेन नागेंद्र गोयल के अनुसार दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण योजना के अनुसार उनके कालेज में 90 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, जिनमें से 65 छात्रों की पढ़ाई चल रही है, जबकि 25 छात्रों का नया सेशन शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी छात्र को कालेज से निकला नहीं गया है। लेकिन यदि कोई भी कालेज के अनुशासन को तार-तार करेगा उसे बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। उधर, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शिवप्रकाश सिंह का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द की घटनाक्रम का खुलासा कर दिया जाएगा।
यह है मामला
जानकारी के अनुसार क्षेत्र के दिल्ली-सहारनपुर हाईवे स्थित स्यादवाद इंस्टीटूट में पिछले पांच दिनों ने एक धार्मिक कार्यक्रम चल रहा है। जहां कुछ महिलाओं में सामान बेचने के लिए कॉलेज परिसर में ही स्टाल लगाए हुए हैं। बताया गया कि मंगलवार की रात कार्यक्रम के दौरान दो कश्मीरी छात्रों ने स्टाल पर सामान बेच रही एक लड़की के साथ छेड़छाड़ कर दी, जिसकी शिकायत पर लड़की के परिजनों ने छात्र मोहम्मद आकिब की जमकर पिटाई की, जिसमें वह जख्मी भी हो गया। कालेज प्रबंधन के अनुसार रात को ही छात्र ने अपना जुर्म कबूल कर लड़की से माफी भी मांगी। उधर बुधवार को इसी मामले में अनेक कश्मीरी छात्र कालेज से सामान बांधकर सड़क पर उतर आए तथा खुद की जम्मू कश्मीर का बताने पर मारपीट का आरोप लगाया।
सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे छात्र
छात्रों का कहना था कि वह कालेज में खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। उन्होंने अपना ट्रांसफर जम्मू ब्रांच में करने की मांग की। उन्होंने कालेज प्रबंधन पर उन्हें भूखा रखने व कालेज से निकलने का भी आरोप लगाया है। कालेज के चैयरमेन नागेंद्र गोयल के अनुसार दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण योजना के अनुसार उनके कालेज में 90 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, जिनमें से 65 छात्रों की पढ़ाई चल रही है, जबकि 25 छात्रों का नया सेशन शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी छात्र को कालेज से निकला नहीं गया है। लेकिन यदि कोई भी कालेज के अनुशासन को तार-तार करेगा उसे बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। उधर, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक शिवप्रकाश सिंह का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द की घटनाक्रम का खुलासा कर दिया जाएगा।
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