जयंत बोले, केंद्र की सरकार है जिद्दी
गांगनौली गांव में जवान की तेहरवीं कार्यक्रम के बाद रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने एनआरसी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि केंद्र में जो सरकार है वो जनभावनाओं के अनरूप कदम पीछे नहीं हटाती है केंद्र की सरकार एक जिद्दी सरकार है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एक जमाने मे विरोध होने पर मंत्री इस्तीफा दे देते थे लेकिन अब क्या हो रहा है किसी से छिपा नही है।
बागपत, जेएनएन। गांगनौली गांव में जवान की तेरहवीं कार्यक्रम के बाद रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने एनआरसी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि केंद्र में जो सरकार है वो जनभावनाओं के अनुरूप कदम पीछे नहीं हटाती है, केंद्र की सरकार एक जिद्दी सरकार है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एक जमाने मे विरोध होने पर मंत्री इस्तीफा दे देते थे, लेकिन अब क्या हो रहा है, किसी से छिपा नही है।
रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि सवाल नागरिकता संशोधन बिल का नहीं है पहले भी देश में नागरिकता कानून था जो जान बचाकर आए हैं, उन्हें नागरिकता देना कोई गलत नहीं है, पुराने कानून में भी ये है लेकिन इन लोगों को तो ये माहौल बनाना था। आसाम और बंगाल में हिदू मुस्लिम भावना तेज करनी थी। ये भय नागरिकता कानून को लेकर नहीं है बल्कि भय एनआरसी को लेकर है। बिहार, यूपी, झारखंड आदि प्रांतों के गरीब मजदूर जो रिक्शा चलाकर या दिल्ली जैसी जगहों पर आकर बड़ी बड़ी इमारतें बनाकर खड़ी कर रहे हैं आज उन्हीं से कागजात मांगे जाएंगे। वे कहां से कागज लाएंगे। इन्हीं लोगों ने दिल्ली व मुंबई जैसे शहरों में इमारतें खड़ी की है। मजदूर लोग है जहां कार्य मिला वहीं कार्य करने लगते हैं। चौधरी अजित सिंह देश का बंटवारा, विभाजन करने वालों के साथ कभी खड़े नहीं हुए है। छपाक फिल्म देखने जाने के सवाल पर कहा कि मैं फिल्म कभी देखता नहीं हूं, लेकिन देखनी पड़ी। किसी को भी दबाया नहीं जा सकता। सभी को आजादी का हक होता है। आज यूनिवर्सिटी में जाकर उन्हें पीटा जा रहा है आंसू बम फोड़े जा रहे है। इन सबसे वहां के छात्रों की पढ़ाई प्रभावित की जा रही है वे परीक्षा की तैयारी तक नहीं कर पा रहे हैं।