आइटीबीपी के जवान की हृदय गति रुकने से मौत
आइटीबीपी के जवान की जम्मू-कश्मीर में हृदय गति रुकने से मौत हुई।
बागपत, जेएनएन। आइटीबीपी के जवान की जम्मू-कश्मीर में हृदय गति रुकने से मौत हुई। उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव बिचपड़ी में पहुंचा, जहां पर सैनिक सम्मान के साथ जवान का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हुआ।
ग्राम बिचपडी निवासी 32 वर्षीय योगेश कुमार वर्ष 2007 में आइटीबीपी में भर्ती हुए थे। वह वर्तमान में आईटीबीपी से डेपुटेशन पर राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआइए) में जम्मू-कश्मीर के त्रिकूटा नगर में कार्यरत थे। शनिवार शाम उनकी हृदय गति रुकने से मृत्यु हो गई।
एनआइए के अधिकारी संजीव, विशाल शर्मा के नेतृत्व में कर्मचारी जवान योगेश कुमार के पार्थिव शरीर को सोमवार सुबह गांव में लेकर पहुंचे। जवानों ने सलामी तथा श्रद्धांजलि दी। बाद में भाई सोमेश ने जवान योगेश कुमार के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। इस मौके पर समाजसेवी अभिमन्यु गुप्ता, दीपक गोयल, वीरेंद्र त्यागी, पंकज गुप्ता, राधेश्याम, मास्टर अजब सिंह, फिरे, चाहतराम, रामकुमार, हरिओम, प्रकाश, जयप्रकाश, राजीव दीक्षित आदि मौजूद रहे। परिवार में मचा कोहराम
जवान योगेश कुमार के दो बेटी और एक बेटा हैं। घटना से स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है। उनको सांत्वना देने वालों का घर पर तांता लगा हुआ है। घायल राजमिस्त्री की हालत में सुधार
हरियाणा के फरीदाबाद में हमले में घायल तीसरे मिस्त्री की हालत में सुधार है। दो राजमिस्त्री की मौत हुई थी। जिनके शवों की रात को अंत्येष्टि की गई। पुलिस अफसरों से केस के राजफाश की मांग की गई।
ग्राम डौला निवासी राजमिस्त्री 35 वर्षीय रामवीर पांचाल, 19 वर्षीय आकाश पांचाल और 25 वर्षीय मोनू पांचाल मकान का निर्माण करने के लिए फरीदाबाद गए थे। गत एक जनवरी की रात सोते समय उन पर चाकू व सरिया से हमला किया गया था। राजमिस्त्री रामवीर व आकाश की मौत तथा मोनू गंभीर रूप से घायल हुए थे। गांव के एडवोकेट मनीष विश्वकर्मा का कहना है कि रविवार रात पोस्टमार्टम के बाद रामवीर व आकाश का शव रविवार रात गांव में पहुंचा। जिनकी गमगीन माहौल में अंत्येष्टि की गई। घायल मोनू फरीदाबाद के एक अस्पताल में भर्ती है। उनकी हालत में सुधार है। गांव के दर्जनों लोगों ने सोमवार को फरीदाबाद पहुंचकर पुलिस से केस के राजफाश की मांग की है।