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कोताना में आधार कार्ड बनवाने के एवज में अवैध वसूली

कोताना गांव स्थित डाकघर में आधार कार्ड बनाने के एवज में सुविधा शुल्क लिया जा रहा है। आरोप है कि जो लोग डाककर्मी को तीन से पांच सौ रुपये दे देते हैं वह उनका हाथोंहाथ आधारकार्ड बनाकर देता है। पीड़ितों ने इसकी लिखित शिकायत की है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Sep 2021 07:22 PM (IST)Updated: Sat, 18 Sep 2021 07:22 PM (IST)
कोताना में आधार कार्ड बनवाने के एवज में अवैध वसूली
कोताना में आधार कार्ड बनवाने के एवज में अवैध वसूली

संवाद सहयोगी, बड़ौत: कोताना गांव स्थित डाकघर में आधार कार्ड बनाने के एवज में सुविधा शुल्क वसूलने का आरोप लगाते हुए जागोश के ग्रामीणों ने बड़ौत के प्रधान डाकघर में पहुंचकर हंगामा किया और पोस्टमास्टर से लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की।

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सभी छोटे-बड़े कार्यों में आधार कार्ड की अनिवार्यता के कारण बड़ी संख्या में लोग आधार कार्ड बनवाने का प्रयास कर रहे हैं। इसको लेकर अक्सर बेहद धीमी गति से आधार कार्ड बनाए जाने और केंद्र संचालकों की मनमानी की शिकायत खूब आती है। ताजा मामला कोताना डाकघर का है। शनिवार को बड़ौत के प्रधान डाकघर पर पहुंचे ग्राम जागोश के ग्रामीण कनक, लव, हार्दिक, अंशु, अंकुश कश्यप, संजीव ने आरोप लगाया कि गांव के डाकघर में 100-100 रुपये देने के बावजूद उनके आधार कार्ड नहीं बनाए गए। इसको लेकर वे रोजाना डाकघर के चक्कर लगाते हैं, मगर डाकघर पर तैनात कर्मचारी ठीक से बात भी नहीं करता है। यह भी आरोप लगाया कि जो लोग 300 से 500 रुपये दे देते हैं, उनका आधार कार्ड का कार्य हाथों हाथ तैयार कर दिया जाता है। नहीं देने पर लोगों को लंबी-लंबी तारीख दे दी जाती है। इस संबंध में डाकघर के एएसपी अजय जैन का कहना था कि मामले की जांच कराई जाएगी। आरोप की पुष्टि होने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

पहले लौटाया बजट

अब पाने की जुगत

जागरण संवाददाता, बागपत: रमाला के तालाब का जीर्णोद्धार कराने के लिए मिला 43 लाख रुपये बजट लघु सिचाई विभाग ने लौटा दिया था।

छपरौली विधायक ने बजट लौटने पर आपत्ति करने के बाद मामला भारी पड़ता देख अब विभाग यह बजट वापस पाने का प्रयास कर रहा है। शासन ने रमाला में मनोखर शिव मंदिर वाले तालाब का जीर्णोद्धार को गत साल 43 लाख रुपये का बजट दिया। लघु सिचाई विभाग ने तालाब का जीर्णोद्धार कराने के बजाय बहाना बनाकर शासन को बजट लौटा दिया था। बजट लौटाते ही मामला तूल पकड़ गया था। विधायक छपरौली सहेंद्र सिंह रमाला ने इस पर आपत्ति की। डीएम को इसकी जानकारी दी। डीएम राजकमल यादव ने तालाब का जीर्णोद्धार कराने को लघु सिचाई के एक्सईएन को निर्देश दिया है। अब एक्सईएन ने सीडीओ को लिखित में अवगत कराया है कि उक्त बजट पाने को अब मुख्य अभियंता लघु सिचाई को प्रस्ताव भेजा गया। यानी पहले बजट लौटाया और अब उसे पाने की मशक्कत में जुटे हैं।


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