ये गुरुजी बच्चों को अंग्रेजी में करते हैं पारंगत
गुरुओं की झोली शिक्षा से भरी है जो कभी खाली नहीं होती है।
बागपत, जेएनएन। गुरुओं की झोली शिक्षा से भरी है, जो कभी खाली नहीं होती है। विद्यार्थी झोली से अपनी सामर्थ्य के अनुसार शिक्षा ग्रहण कर गुरुजनों के नाम का डंका बजा देते हें। शहर में एक शिक्षक ऐसे हैं, जो छात्रों को अंग्रेजी में गुणवान बना रहे हैं। 70 छात्र ऐसे हैं, जिन्हें अंग्रेजी में पारंगत किया और फीस नहीं ली।
शहर के पुराना कस्बा निवासी वीर सिंह नगर पालिका मार्केट में एक कोचिग सेंटर चलाते हैं। यहां पर केवल अंग्रेजी विषय में ही छात्रों को पढ़ाई कराते हैं। कक्षा एक से लेकर 12वीं के विद्यार्थी अंग्रेजी पढ़ते हैं। वीर सिंह बताते हैं कि इस समय जो माहौल चल रहा है, उसके लिए अंग्रेजी आना बहुत जरूरी है। कंप्यूटर सीखना हो या मोबाइल चलाना हो, इसमें केवल अंग्रेजी का ज्ञान होना बहुत जरूरी है। तभी छात्र अच्छी तरह से उसे समझ सकते हैं। यह ही नहीं दवाओं के रेपर और पैकिग वाले अधिकांश सामान पर अंग्रेजी में सब कुछ लिखा होता है। ऐसी माहौल को देखते हुए अंग्रेजी का ज्ञान होना बहुत रूरी है। वह अभी तक 70 बच्चों को निश्शुल्क अंग्रेजी में पारंगत कर चुके हैं। जिसका फायदा उन्हें नौकरी में और 12वीं के बाद की पढ़ाई में हो रहा है। जो भी छात्र उनसे पढ़ने आता है, अंग्रेजी उनके रोम-रोम में बसा देते हैं। अंग्रेजी पढ़ाने के लिए बनाए हैं खुद के नियम
--बच्चों को अंग्रेजी पढ़ाने के लिए उन्होंने खुद के कुछ नियम बनाए हुए है। उसी के आधार पर पढ़ाया जा रहा है।
कक्षा एक से नौ तक के बच्चों को वह उनकी किताबों के अनुसार पढ़ाते है, लेकिन कक्षा 11 से 12वीं तक के छात्रों पर विशेष विधि से पढ़ाते हैं। जिसका फायदा बच्चों को हो रहा है और जल्दी ही समझ में आ जाता है। अंग्रेजी के बाद चलती है बांसुरी की क्लास
--अंग्रेजी की कक्षाएं समाप्त कराने के बाद वह सेंटर में शाम के समय बासुरी की भी कक्षा चलाते हैं। वह आधा दर्जन बच्चों को बासुरी में निपुण कर चुके है। यू-ट्यूब पर उनके छात्रों की बासुरी बजाते हुए वीडियो को काफी पंसद किया जा रहा है। हजारों लोग उन्हें देख चुके है।