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वीडियो कांफ्रें¨सग से हुई कुख्यात सुनील राठी की पेशी, बना रिमांड

जागरण संवाददाता, बागपत : पूर्वाचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या में प्रयुक्त पिस्टल के म

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Jul 2018 09:37 PM (IST)Updated: Wed, 25 Jul 2018 09:37 PM (IST)
वीडियो कांफ्रें¨सग से हुई कुख्यात सुनील राठी की पेशी, बना रिमांड
वीडियो कांफ्रें¨सग से हुई कुख्यात सुनील राठी की पेशी, बना रिमांड

जागरण संवाददाता, बागपत : पूर्वाचल के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या में प्रयुक्त पिस्टल के मामले में कुख्यात सुनील राठी के खिलाफ खेकड़ा थाने में आ‌र्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज है। इस केस में बुधवार को वीडियो कांफ्रें¨सग से सीजेएम कोर्ट में राठी की पेशी हुई। केस के विवेचक का कहना है कि राठी के केस में दोबारा रिमांड बन गया है।

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मुन्ना बजरंगी की नौ जुलाई की सुबह बागपत जेल में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। कुख्यात सुनील राठी ने बजरंगी की हत्या करना स्वीकार किया था और उसकी निशानदेही पर पुलिस ने जेल के सेफ्टी टैंक से वारदात में प्रयुक्त पिस्टल, दो मैग्जीन और 22 कारतूस बरामद किए थे। खेकड़ा थाने में राठी के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज हुए थे। इनमें एक हत्या व दूसरा राठी की निशानदेही पर पिस्टल बरामदगी का केस शामिल है। सुरक्षा की दृष्टि से फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से राठी को पेशी पर नहीं लाया गया। केस के विवेचक एवं खेकड़ा थानाध्यक्ष एसपी ¨सह का कहना है राठी की वीडियो कांफ्रें¨सग से पेशी हुई है। उसका 14 दिन का न्यायिक रिमांड बन गया है। बता दें कि बजरंगी की हत्या के केस में राठी का 21 जुलाई को रिमांड बना था।

जेल से अदालत पेशी पर

नहीं आया हप्पू

कुख्यात अजीत उर्फ हप्पू निवासी बावली भी फतेहगढ़ की सेंट्रल जेल में बंद है। उसकी भी बुधवार को सीजेएम अदालत में पेशी थी। वह न्यायालय में पेशी पर नहीं आया। उसके अधिवक्ता विजय तोमर ने बताया कि हप्पू पेशी पर सुरक्षा की दृष्टि से नहीं आया है। न्यायालय ने पेशी की अगली तारीख नियत कर दी है।

कचहरी छावनी में तब्दील, चला सर्च अभियान

कुख्यात सुनील राठी, अजीत उर्फ हप्पू, जाहिद उर्फ लंबू समेत विभिन्न अपराधियों की बुधवार को अदालत में पेशी थी। इसीलिए सुबह से ही कचहरी को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। मुख्य गेट से किसी को भी बगैर तलाशी के कचहरी में प्रवेश नहीं करने दिया। सीओ दिलीप ¨सह ने कचहरी में सघन चे¨कग अभियान चलाया। किसी के पास से प्रतिबंधित सामग्री नहीं मिली।

अदालत ने निलंबित जेलर समेत चार को बयान के लिए किया तलब

बागपत : मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में न्यायिक जांच भी तेजी से आगे बढ़ रही है। इस मामले में निलंबित जेलर, डिप्टी जेलर समेत चारों कर्मचारियों के बयान दर्ज होंगे। इसके लिए अदालत ने उनको तलब किया है। इससे पहले विक्की सुन्हैड़ा समेत तीन बंदियों के बयान दर्ज हो चुके हैं। जेल सूत्रों के मुताबिक अदालत ने निलंबित जेलर यूपी ¨सह, डिप्टी जेलर शिवाजी यादव और दो मुख्य बंदीरक्षक अर¨जदर और माधव कुमार को बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया है। ये चारों जल्द ही बयान देने के लिए अदालत पहुंचेंगे। अदालत ने मुन्ना बजंरगी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी तलब कर रखी है। इसके अलावा मजिस्ट्रेटी, पुलिस और जेल के अधिकारी भी जांच करने में लगे हुए है। बुधवार को भी पुलिस की टीम ने जेल में पहुंचकर जांच पड़ताल कर बंदियों से पूछताछ की। हालांकि पूरी कार्रवाई गोपनीय रखी जा रही है।

साक्ष्य देने की तिथि बढ़ेगी

बजरंगी हत्याकांड की मजिस्ट्रीयल जांच में कोई भी साक्ष्य देने नहीं पहुंचा। अब साक्ष्य देने की तारीख बढ़ाई जाएगी। एडीएम वित्त व राजस्व लोकपाल ¨सह मजिस्ट्रीयल जांच कर रहे हैं। हत्याकांड के संबंध में कोई भी लिखित या मौखिक साक्ष्य 25 जुलाई तक दे सकता था। परिजनों को भी सूचना दी गई थी। एडीएम ने बताया कि साक्ष्य देने के लिए किसी व्यक्ति के नहीं आने पर तारीख बढ़ाने की कार्यवाही की जाएगी, जिससे मजिस्ट्रीयल जांच पूरी हो सकें।

सीमा ¨सह नहीं आ रही बयान दर्ज कराने

मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा ¨सह को बयान दर्ज कराने के लिए पुलिस ने तीन दिन पहले ही नोटिस भेज दिया था। केस के विवेचक इंस्पेक्टर एसपी ¨सह का कहना है कि सीमा ¨सह अभी बयान दर्ज कराने के लिए नहीं आई है।

बागपत जेल से खुद हटना चाह रहे कुख्यात

संवाद सहयोगी, खेकड़ा : अब्दुलपुर जेल में मस्ती में सजा काटने वाले कई कुख्यात मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद खुद अपनी शि¨फ्टग दूसरी जेलों में कराने की जुगत भिड़ा रहे हैं। जेल प्रशासन भी कई बंदियों को दूसरी जेल में भेजने के लिए पत्राचार कर चुका है। 14 जुलाई को सुनील राठी को फतेहगढ़ तो मंगलवार को सुनील के भाई अर¨वद को भी वापस देवरिया जेल भेज दिया गया। अभी जेल प्रशासन कई कुख्यातों को दूसरी जेलों में भेजने की प्रक्रिया को पूरा कर चुका है सिर्फ इंतजार है तो कोर्ट के आदेशों का। पर कुछ कुख्यात बंदियों के परिजनों का कहना है, उनका बंदी खुद ही अपने शि¨फ्टग के लिए प्रयासरत है। संभवत: अगले सप्ताह तक उन्हें शिफ्ट कर दिया जाएगा। सूत्रों की मानें तो दो दिन के भीतर कुख्यातों की एक और खेप को अब्दुलपुर से दूसरी जेल के लिए निकाला जाएगा।


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