अब आयुष्मान योजना में लाभार्थियों का होगा बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन
आयुष्मान योजना को पारदर्शी बनाने के लिए अब लाभार्थियों का बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, बागपत : आयुष्मान योजना को पारदर्शी बनाने के लिए अब लाभार्थियों का बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन किया जाएगा। आयुष्मान योजना में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ लेने वाले लाथार्थी को अस्पताल में भर्ती व डिस्चार्ज करते समय वेरिफिकेशन किया जाएगा। इसके लिए आयुष्मान भारत की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने सभी सीएमओ को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं।
आयुष्मान योजना में प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना के जिला प्रोग्राम कोआर्डिनेटर डा. कपिल सरोहा ने बताया कि लाभार्थियों के सत्यापन के लिए योजना को बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन से जोड़ा जा रहा है। लाभार्थी का आरोपण होने के बाद आयुष्मान मित्रों योजना का लॉगइन करने के लिए बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन की आवश्यकता होगी। लाभार्थियों को अस्पताल में भर्ती व डिस्चार्ज होने के समय बायोमेट्रिक सत्यापन कराना अनिवार्य होगा। किसी लाभार्थी के लिए एक दिन में एक से अधिक डे केयर प्रोसिजर जैसे डायलिसिस, कीमोथेरैपी आदि निर्धारित है, तो प्रत्येक प्रोसिजर के लिए बायोमीट्रिक सत्यापन कराना होगा। यदि कोई एक बार से अधिक योजना का लाभ लेता है, तो उसे हर बार आधार कार्ड का सत्यापन कराना होगा।
ऐसे होगा वेरिफिकेशन
बायोमेट्रिक वेरीफिकेशन लाभार्थी के सत्यापन की तकनीक है। किसी लाभार्थी की पहचान सुनिश्चित करने के लिए मशीन से उसके बायोलिजिकल आंकड़े यानि लाभार्थी के अंगूठे या अंगुलियों के निशान, आंखों के रेटिना का सत्यापन किया जाएगा।
641 लाभार्थी करा चुके उपचार
जिले में आयुष्मान योजना में 23 हजार 491 लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं। जिले में 641 लोग विभिन्न रोगों का उपचार करा चुके हैं। इसमें 617 लोगों का क्लेम क्लीयर हो चुका है। आयुष्मान योजना में अभी तक 614 लाभार्थी बिना पैसा खर्च किए करीब 76 लाख 30 हजार 590 रुपये का इलाज करा चुके हैं। इसमें से 46 लाख 79 हजार 130 रुपये का क्लेम मंजूर किया जा चुका है।