हरियाणा का गन्ना बैन किसानों को झटका
हरियाणा में गन्ना पैदा करने वाले बागपत के किसानों को चीनी मिलों से करारा झटका लगने वाला है।
बागपत, जेएनएन। हरियाणा में गन्ना पैदा करने वाले बागपत के किसानों को चीनी मिलों से करारा झटका लगने वाला है। बागपत की चीनी मिलें हरियाणा की जमीन पर पैदा किए गए गन्ने को नहीं खरीदेंगी। इससे यूपी-हरियाणा सीमा पर बसे बागपत के गांवों के किसानों को अपना गन्ना कोल्हू-क्रेशरों पर सस्ते में लुटाना पड़ेगा।
दरअसल, बागपत के 25 गांवों की सीमा हरियाणा से सटी है। 1974 से पूर्व यमुना की धार बदलने से बागपत की हजारों हेक्टेयर जमीन हरियाणा की तरफ चली गई थी, लेकिन इस जमीन पर खेती बागपत के ही किसान करते हैं। गत सालों में बागपत के किसान हरियाणा में पड़ने वाले यमुना खादर में गन्ना पैदाकर उसे बागपत की चीनी मिलों को बेचते रहे हैं, लेकिन अब हरियाणा सीमा पर बसे बागपत के काकोर, शबगा, छपरौली, कोताना, टांडा, लुहारी, निनाना, नैथला, निवाड़ा, गौरीपुर, बागपत, पाली, काठा, मवीकलां, सांकरौद, सुभानपुर आदि गांवों के किसान गन्ना विभाग के उक्त कदम से प्रभावित होंगे।
जिला गन्ना अधिकारी अनिल कुमार भारती ने कहा कि कि गन्ना नीति के अनुसार चीनी मिलें हरियाणा या अन्य दूसरे राज्य का गन्ना नहीं खरीद सकतीं।