1.62 लाख लोगों के नहीं बने गोल्डन कार्ड
सरकार गरीबों की सेहत का ख्याल रखने में कसर नहीं छोड़ रही है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग को गरीबों को मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने की परवाह नहीं।
बागपत, जेएनएन। सरकार गरीबों की सेहत का ख्याल रखने में कसर नहीं छोड़ रही है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग को गरीबों को मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने की परवाह नहीं। इसका सबूत आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में गरीबों कागोल्डन कार्ड नहीं बनना है। बागपत में 45023 परिवार चयनित हैं, जिनमें 2.25 लाख से ज्यादा सदस्य हैं। इनमें महज 62848 सदस्यों के ही गोल्डन कार्ड बने हैं।
वहीं 25368 परिवारों में एक भी सदस्य का गोल्डन कार्ड नहीं बना। साफ है कि गरीब व्यक्ति साल में पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा का लाभ लेने से वंचित है। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद भी नाराजगी जता चुके है।
जिला कार्यक्रम समन्यक डा. कपिल सरोहा ने कहा कि योजना में चयनित करीब 13 हजार परिवार बागपत में नहीं मिल रहे, जिनका डाटा डिलिट होने पर प्रगति बढ़ जाएगी। कोरोना का संक्रमण रोकने को बायोमेट्रिक पर अंगूठा लगवाने का काम बंद रहने से कार्ड नहीं बन सके। वैसे 19655 परिवारों में गोल्डन कार्ड बनने से बागपत सूबे में पहले स्थान पर है। अब गोल्डन कार्ड बनवाने का काम चलेगा।