जेल से भी मोबाइल पर रंगदारी मांग रहा था यह कुख्यात...अब 'तन्हाई बैरक' में रहेगा
कुख्यात बदमाश ज्ञानेंद्र ढाका को ललितपुर जेल की तन्हाई बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है। उसने सबसे ज्यादा 135 कॉल पंकज ढाका को की थी, जो कई बार जेल में उ ...और पढ़ें

कुख्यात बदमाश ज्ञानेंद्र ढाका को ललितपुर जेल की तन्हाई बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है। (प्रतीकात्मक फोटो)
संवाद सूत्र, जागरण, चांदीनगर (बागपत) : कुख्यात बदमाश ज्ञानेंद्र ढाका पर प्रशासन का शिकंजा जारी है। उसे ललितपुर जेल में तन्हाई बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है। उससे मुलाकात करने वाले का सत्यापन होगा। उसने 15 लोगों के पास काल की थी। सबसे ज्यादा 135 बार काल पंकज ढाका के पास की हैं। वहीं, पंकज ढाका ने दर्जनों बार ललितपुर जेल जाकर ज्ञानेंद्र से मुलाकात की। वह ज्ञानेंद्र को मोबाइल उपलब्ध उपलब्ध करता था। उसे ज्ञानेंद्र का करीबी बताया जा रहा है।
पुलिस ने ज्ञानेंद्र के मोबाइल की कुंडली खंगाली है। पुलिस जांच में सामने आया है कि पंकज ढाका को जेल में रहते हुए ज्ञानेंद्र ढाका ने 135 मोबाइल पर काल की है। साथ ही पंकज ढाका भी 10 से 15 बार ललितपुर जेल जाकर ज्ञानेंद्र ढाका से मिला है। पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद पंकज से लंबी पूछताछ की थी। उसने पुलिस को जानकारी दी थी कि कुछ माह पूर्व भड़ल के स्कूल के डायरेक्टर कृष्णपाल राणा से 15 हज़ार रुपये लेकर आया था, जिसे उसने जेल में ज्ञानेंद्र ढाका को पहुंचाए थे।
एसपी सूरज कुमार राय का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर ज्ञानेंद्र ढाका को ललितपुर जेल में तन्हाई बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है। उससे मुलाकात करने वाले प्रत्येक व्यक्ति का सत्यापन होगा। ज्ञानेंद्र ने 15 लोगों के पास मोबाइल से काल की थी। सबसे ज्यादा काल पंकज के पास आई है। ज्ञानेंद्र ने अपने स्वजन से भी बातचीत की थी। किससे क्या बात हुई, इसका पता किया जा रहा है। ज्ञानेंद्र की मदद करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पीड़ितों को मिली पुलिस सुरक्षा
एसपी का कहना है कि रंगदारी मांगने व धमकी मिलने के बाद पीड़ितों को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध करा दी गई है। यदि किसी के पास ज्ञानेंद्र या उसके साथी की काल आई हो तो तुरंत पुलिस को बताए।
ज्ञानेंद्र को मोबाइल नंबर उपलब्ध कराता था पंकज
चांदीनगर थाना प्रभारी अतर सिंह ने बताया कि पंकज ढाका अविवाहित है। उसके पिता रतन की मृत्यु हो चुकी है, जिनका पंकज इकलौता बेटा है। एक बेटी शादीशुदा है। पंकज के खिलाफ पहले से मारपीट का एक मुकदमा दर्ज है, हाल ही में रंगदारी के दो मुकदमे दर्ज हुए हैं। जांच में पता चला है कि पंकज ढाका ही ज्ञानेंद्र ढाका को ग्रामीणों व अन्य लोगों के मोबाइल नंबर मुहैया कराता था, जिनके पास ज्ञानेंद्र काल करता था। आरोपित पंकज ने किस-किस से रुपये की वसूली की है। इसका पता किया जा रहा है।

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