झोपड़ी को दिखाया पक्का मकान लाभ से किया वंचित
दाहा गांव में फूंस के छप्पर में रह रहे एक परिवार की झोपड़ी को पक्का मकान दिखाकर अधिकारियों ने योजना का लाभ लेने से वंचित कर दिया।
बागपत, जेएनएन। दाहा गांव में फूंस के छप्पर में रह रहे एक परिवार की झोपड़ी को पक्का मकान दिखाकर अधिकारियों ने योजना का लाभ लेने से वंचित कर दिया। प्रशासन की इस कारगुजारी से परेशान परिवार ने अब अनशन शुरू करने की चेतावनी दी है।
दाहा निवासी बालमुकुंद शर्मा का गांव में पक्का मकान नहीं है। वह अपनी जगह में पड़ोसी की दीवार के सहारे फूंस का छप्पर डालकर परिवार के साथ रह रहे हैं। परिवार में उनकी पत्नी ममता, बेटा अर्जुन, बेटी अनुराधा हैं। बालमुकुंद ने बताया कि उन्होंने नौ माह पहले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के मकान के लिए ब्लाक मुख्यालय पर आवेदन किया था, लेकिन वहां से जांच करने आए अधिकारी ने उनके पास तक न आकर किसी से पूछकर कागज में पक्का मकान होना दिखा दिया।
ब्लाक में शिकायत की गई तो दोबारा जांच में फिर पक्का मकान दिखा दिया। इस ब्लाक के अफसर की लापरवाही से नाराज परिवार ने मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के अंदर उनके मकान के संबंध में सही जांच कर अधिकारियों को नहीं दी गई तथा लापरवाह कर्मी के खिलाफ कार्यवाही न कराई गई तो वह एक सप्ताह बाद अनशन शुरू कर देंगे। एसडीएम बड़ौत गुलशन कुमार का कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी। यदि ऐसा मामला मिला तो लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।