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श्रीलंका में एफडीआइ का विरोध करेगी भाकियू : गौरव टिकैत

भाकियू के युवा नेता गौरव टिकैत ने कहा कि श्रीलंका में शनिवार से शुरू होने वाले अंतर्राष्ट्रीय किसान सम्मेलन में विश्व व्यापार संगठन तथा एफडीआइ का विरोध करेंगे। यदि कृषि क्षेत्र में एफडीआइ लागू किया तो भारत के किसान बर्बाद हो जाएंगे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 10 Jan 2020 10:41 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jan 2020 06:08 AM (IST)
श्रीलंका में एफडीआइ का विरोध करेगी भाकियू : गौरव टिकैत
श्रीलंका में एफडीआइ का विरोध करेगी भाकियू : गौरव टिकैत

बागपत, जेएनएन। भाकियू के युवा नेता गौरव टिकैत ने कहा कि श्रीलंका में शनिवार से शुरू होने वाले अंतरराष्ट्रीय किसान सम्मेलन में विश्व व्यापार संगठन तथा एफडीआइ का विरोध करेंगे। कहा कि कृषि क्षेत्र में एफडीआइ लागू किया तो भारत के किसान बर्बाद हो जाएंगे। गन्ना भुगतान नहीं होने पर आक्रोश जताते हुए कहा कि भाकियू किसानों के हितों की अनदेखी नहीं होने देगी।

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भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी नरेश टिकैत के पुत्र गौरव टिकैत ने शुक्रवार को बागपत के एक रेस्टोरेंट में पत्रकार वार्ता की। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय किसान संगठन लाविया कमेसिना के तत्वावधान में 11 से 15 जनवरी तक श्रीलंका के गाले शहर में किसान सम्मेलन होगा। इसमें 68 देश के किसान संगठनों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। भाकियू की तरफ से उनके साथ भाकियू के हरिद्वार के जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री, मेरठ मंडल अध्यक्ष पवन खटाना, प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली पूनम चौधरी व भाकियू नेता प्राची चौधरी सम्मेलन में भाग लेंगी। कहा कि हम इस सम्मेलन में क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागेदारी को भारत में लागू करने का विरोध करेंगे। कहा कि क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागेदारी लागू होने से 16 देशों के कृषि उत्पाद व दूध आयात होने लगेगा। इससे भारत के किसान आर्थिक रूप से तबाह हो जाएंगे। कृषि क्षेत्र में एफडीआइ यानी विदेशी पूंजी निवेश से भारतीय किसानों की हालत बदतर हो जाएगी। इसलिए हम इसे लागू नहीं होने देंगे। विश्व व्यापार संगठन के लिए भारत के दरवाजे खुलने पर विदेशी कृषि उत्पाद भारत में सस्ते बिकने से हमारे किसानों को नुकसान होगा। इससे पूर्व उन्होंने बागपत के राष्ट्रवंदना चौक पर शहीद पंडित राम प्रसाद बिस्मिल व अशफाकउल्ला खां की प्रतिमा पर मल्यार्पण किया। प्रदीप गुर्जर, इंद्रपाल चौधरी आदि मौजूद रहे।


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