टांडा के किसानों का एसपी दफ्तर पर प्रदर्शन
छपरौली पुलिस के उत्पीड़न से आहत होकर ग्राम टांडा के सैकड़ों किसानों ने प्रदर्शन किया।
बागपत, जेएनएन। छपरौली पुलिस के उत्पीड़न से आहत होकर ग्राम टांडा के सैकड़ों किसानों ने एसपी दफ्तर पर प्रदर्शन किया और अफसरों से कार्रवाई की मांग की।
किसानों ने बताया कि यमुना खादर की जमीन की करीब 604 हेक्टेयर जमीन को लेकर हरियाणा के किसानों के साथ उनका पिछले करीब 28 वर्षो से विवाद चल रहा था। चंडीगढ़ हाईकोर्ट ने उनके पक्ष में फैसला सुना दिया है। हरियाणा प्रशासन व किसान अदालत के आदेश का पालन कर रहे है। आरोप है कि उनके गांव की पार्टीबाजी के चक्कर में छपरौली पुलिस उनको खादर में नहीं जाने दे रही है। गांव के एक जिम्मेदार व्यक्ति के इशारे पर पुलिस कार्य कर रही है। जो भी किसान अपने खेत में जाता है, उसके साथ ही छपरौली पुलिस मारपीट कर देती है। इससे वह बहुत परेशान हैं। एसपी से मुलाकात न होने पर उन्होंने बागपत सीओ ओमपाल सिंह से शिकायत की है। इस मौके पर किसान यूसुफ, इमदाद, हाशिम, अय्यूब, सुखपाल, रामपाल, सतपाल आदि मौजूद रहे। सीओ ओमपाल सिंह का कहना है कि मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। उधर छपरौली थाना प्रभारी रमेश सिद्धू का कहना है कि खादर में झगड़ा करने से किसानों को रोका जाता है। पुलिस पर आरोप निराधार है।