मलकपुर मिल पर फूटा किसानों का गुस्सा
संवाद सहयोगी, बड़ौत (बागपत) : बकाया गन्ना भुगतान और किसानों को चीनी मिल द्वारा असामाजिक तत्व
संवाद सहयोगी, बड़ौत (बागपत) : बकाया गन्ना भुगतान और किसानों को चीनी मिल द्वारा असामाजिक तत्व प्रचारित करने के विरोध में किसानों ने जमकर हंगामा काटा। मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने स्थिति को नियंत्रित किया। इस दौरान किसानों की जिला गन्ना अधिकारी और मिल अध्यासी से वार्ता हुई और मिल अध्यासी के 30 जनवरी तक पूर्ण भुगतान करने के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ। हंगामे के दौरान दो घंटे मिल बंद रही।
एसबीईसी शुगर मिल मलकपुर पर वर्ष 2017-18 का करीब 230 करोड़ रुपये तथा वर्ष 2018-19 का 100 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान लंबित है। प्रदेश सरकार के दबाव के बावजूद मिल प्रबंधन भुगतान करने को राजी नहीं है, जिससे किसानों में आक्रोश पनप रहा था। गुरुवार को मिल प्रबंधन ने किसानों को असामाजिक तत्व भी प्रचारित करने की कोशिश की थी, जिससे किसानों का गुस्सा फूट पड़ा और शुक्रवार को बावली गांव के किसानों ने मिल को बंद करा दी और परिसर में धरने पर बैठ गए।
लोयन के प्रधान दीपक तोमर भी किसानों के बीच पहुंचे। मिल मालिक उमेश मोदी के पीआरओ विनय कुमार ने किसानों को समझाने का प्रयास किया, मगर किसानों ने उनकी एक न मानी। किसान बकाया भुगतान की मांग को लेकर अड़ गए। सूचना पर कोतवाल संजीव कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और किसानों व अधिकारियों में समन्वय बनाने की कोशिश की। किसानों के बीच पहुंचे जिला गन्ना अधिकारी विनीत कुमार का किसानों ने घेराव किया और उनकी समस्याओं को दूर करने की मांग की।
जिला गन्ना अधिकारी से वार्ता के बाद मिल अध्यासी आरके शर्मा ने किसानों को आश्वासन दिया कि 30 जनवरी तक वर्ष 2017-18 का पूर्ण भुगतान कर दिया जाएगा। इसके बाद किसान शांत हुए और मिल को दोबारा चलवाया गया। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि मिल प्रबंधन अपना वायदा पूर्ण नहीं करता तो 31 जनवरी को पुन: आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान जोगेंद्र, गौरव, सियानंद, मनोज, संदीप, विनोद, कालू, रामपाल, वीरेंद्र, प्रवींद्र, उदयवीर, प्रशांत, जसवंत, संजीव, अनुज, कंवरपाल, राजवीर, नरेंद्र, अर¨वद, सतबीर, जितेंद्र, सचिन आदि किसान शामिल थे।