नकली दवाई सप्लाई गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार
वेस्ट यूपी में नकली दवाई सप्लाई करने वाले गिरोह का खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन और पुलिस की टीम ने चार लोगों को गिरफ्तार कर राजफाश कर दिया।
बागपत, जेएनएन। वेस्ट यूपी में नकली दवाई सप्लाई करने वाले गिरोह का राजफाश हुआ है। पुलिस व ड्रग विभाग ने उनके पास से पांच लाख रुपये की दवाई बरामद की। टीम ने जांच के लिए दवाई के आठ नमूने लिए है।
बागपत के एडीएम अमित कुमार के नेतृत्व में गौतमबुद्धनगर के ड्रग इंस्पेक्टर एके जैन, बिजनौर के ड्रग इंस्पेक्टर आशुतोष मिश्रा, मेरठ के ड्रग इंस्पेक्टर पवन शाक्या और बागपत के ड्रग इंस्पेक्टर वैभव बब्बर ने संयुक्त रूप से बुधवार को पुलिस टीम के साथ मिलकर नगर के राष्ट्र वंदना चौक से बाइक सवार दो युवकों को गिरफ्तार किया। उनके पास से एलोपैथी (अंग्रेजी) दवाई बरामद हुई। उनके पास दवाईयों से संबंधित कोई भी दस्तावेज नहीं मिले। ड्रग इंस्पेक्टर वैभव बब्बर के मुताबिक पकड़े गए आरोपित प्रदीप शर्मा पुत्र धर्म सिंह निवासी दुड़भा (बागपत), मैराजुद्दीन पुत्र सईद निवासी गांव भूड़ थाना खतौली (मुजफ्फरनगर) है। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह झोलाछाप डाक्टरों को दवाई सप्लाई करते थे। उनको दवाई अरशद पुत्र मजीद निवासी सरधना और श्याम सिंह पुत्र भूलेसिंह निवाड़ी मुल्हैड़ा सरधना (मेरठ) उपलब्ध कराते थे। इसके बाद पुलिस ने अरशद और श्याम सिंह को कस्बा अमीनगर सराय से गिरफ्तार किया। दोनों आरोपित दवाई देने बाइक से जा रहे थे। प्रथम दृष्टता दवाई नकली प्रतीत हो रही है। एजिथ्रोमायसिन, अमोक्सिसिल्लिन, सिफिक्सिम समेत आठ दवाईयों के नमूने लिए गए है। लैब रिपोर्ट से दवाईयों की स्थिति का सही पता चलेगा। आरोपितों के खिलाफ 18/27 औषधि अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।
हिमाचल प्रदेश और रुड़की की कंपनी की हैं दवाई
ड्रग इंस्पेक्टर वैभव बब्बर का कहना है कि बरामद की गई दवाई पर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की रूड़की कंपनी के रेपर लगे हैं। जांच से दवाई और कंपनी की स्थिति का पता चलेगा।
बेनकाब होंगे गिरोह के सदस्य
यह गिरोह वेस्ट यूपी के बागपत, मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर आदि जनपदों में दवाई सप्लाई करते थे। इससे साफ है कि गिरोह की जड़े काफी गहरी है। ड्रग इंस्पेक्टर का कहना है कि इस अवैध कारोबार में संलिप्त सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।