ईपीई पर वाहन कम, बेसहारा पशुओं की भागदौड़ अधिक
लॉकडाउन में ईपीई पर वाहनों की कमी होने पर बेसहारा पशुओं की भागदौड़ अधिक हो गई है।
बागपत, जेएनएन। लॉकडाउन में ईपीई पर वाहनों की कमी होने पर बेसहारा पशुओं की भागदौड़ अधिक रहने लगी। पशुओं के कारण किसी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इसके जिम्मेदार वो किसान होंगे, जिन्होंने अपने फायदे के लिए साइड में लगी जालियों को तोड़ दिया है।
देश के सबसे हाईटेक ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर लॉकडाउन होने से वाहनों की अपेक्षा बेसहारा पशुओं का आवागमन अधिक रहता है। पूर्व में भी पशुओं के कारण कई हादसे ईपीई पर हुए, जिनमें कई लोगों को जान भी गंवानी पड़ी। सबसे संवेदनशीन स्थान बड़ागांव से सरफाबाद के बीच है। बेसहारा पशु झुंड बनाकर ईपीई पर दौड़ते हैं। कई वाहन पशुओं से बचाने के प्रयास में दुर्घटनाग्रस्त होने से बच भी गए। वाहन चालकों ने एनएचएआइ अधिकारियों से घूमने वाले बेसहारा पशुओं का आवागमन रोकने की मांग की है। बता दें कि एनएचएआइ ने ईपीई पर पशुओं का आवागमन रोकने के लिए दोनों तरफ लोहे की जालियां लगाई थीं। परंतु किसानों ने खेत पर आवागमन के लिए अपना फायदा देखते हुए जालियों को तोड़ दिया है। इस कारण ही ईपीई पर बेसहारा पशुओं का आवागमन रहता है। एसडीएम राजपाल सिंह का कहना कि संबंध में एनएचएआइ अधिकारियों से वार्ता की जाएगी।