निजीकरण के विरोध में उतरे बिजली कर्मचारी
निजीकरण के विरोध में ऊर्जा निगम की संयुक्त संघर्ष समिति के कर्मचारियों ने हड़ताल की।
बागपत, जेएनएन। निजीकरण के विरोध में ऊर्जा निगम की संयुक्त संघर्ष समिति के कर्मचारियों व अधिकारियों ने एक्सईएन प्रथम कार्यालय पर धरना दिया और जल्द मांग पूरी न होने पर कार्य बहिष्कार कर आंदोलन की चेतावनी दी।
गुरुवार को विद्युत मजदूर पंचायत के जिलाध्यक्ष मनोहर सिंह तोमर व नगरीय अध्यक्ष कपिल तोमर के नेतृत्व में कर्मचारी ने प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि निजीकरण लागू होने से बिजली के बिल बढ़ेंगे, जिसका उपभोक्ताओं की जेब पर भी प्रतिकूल असर पड़ेगा। जिलाध्यक्ष मनोहर सिंह तोमर व जिला मंत्री सुरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि निजीकरण के विरोध में जल्द ही रणनीति तैयार कर उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा। धरने पर एक्सईएन प्रथम गोपाल सिंह, एसडीओ राणा प्रताप, एसडीओ गोपाल, जेई गुलशन कुमार, आरिफ मलिक, जेई विकास कुमार, जेई नरेंद्र कुमार, जेई पवन कुमार, आतिक, मोहित कुमार, धर्मेंद्र, बूलचंद, धर्मवीर, राधे श्याम गुप्ता, अरविन्द, अमितेश, भरत सिह राजपूत, प्रदीप, अरुण, आशु कौशिक, लवकुश, संदीप कुमार, राजीव, विनय शामिल रहे। रेलवेकर्मियों ने सरकार विरोधी नीतियों के खिलाफ खोला मोर्चा
उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन से जुड़े रेलवे कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर रेलवे स्टेशन पर धरना प्रदर्शन किया और मांगें जल्द पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
गुरुवार को संगठन के शाखा सचिव हरवीर मलिक व शाखा उपाध्यक्ष ओमवीर सिंह के संयुक्त नेतृत्व में शहर के रेलवे स्टेशन पर एकत्रित हुए कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की। इस मौके पर रूपेश मलिक ने कहा कि सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों से कर्मचारी आजिज आ चुके हैं। अब इसे और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मौके पर रेलवे का निजीकरण बंद करने, नई पेंशन स्कीम बंद कर पुरानी पेंशन लागू करने, जनवरी 2020 को रोका गया डीए जल्द से जल्द दिलाने, रात्रि ड्यूटी भत्ता चालू करने व रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरने की मांग की गई। प्रदर्शन करने वालों में अशोक सरोहा, सुरेश कुमार, अय्यूब खां, रूपेश मलिक, राजकली, सुनीता, मोनिका, विनोद कुमार, धर्मेंद्र कुमार, कय्यूम खान, राजकुमार आदि शामिल रहे।