खूब बरसे वोट, हुआ 63.90 प्रतिशत मतदान
-छिटपुट घटनाओं के बीच शांतिपूर्वक हुआ मतदान -ईवीएम हुई खराब मतदान को घंटों मतदाताओं ने किया इंतजार जागरण संवाददाता बागपत बागपत लोकसभा में 66 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान शुरू होते ही कई बूथों पर ईवीएम खराब हो गई। इससे घंटों मतदाताओं को मतदान करने के लिए इंतजार करना पड़ा। कंडेरा में भाजपा व रालोद पार्टी समर्थकों में मतदान केंद्र पर ही झगड़ा हुआ। वहीं ढि़कौली गांव में वोटरों के साथ मारपीट की गई। मतदान समाप्त होने के बाद ईवीएम को खेकड़ा स्थित लख्मीचंद पटवारी कालेज में सीआइएसएफ की सुरक्षा में रख दिया गया। गुरुवार की सुबह सात बजे बागपत लोकसभा के 1796 बूथों पर मतदान शुरू हुआ। सुबह से ही मतदान केन्द्रों के बाहर मतदाताओं की लाइनें लग गई थी। लेकिन कई बूथों पर ईवीएम खराब होने के कारण मतदाताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। 11 बजे 26 प्रतिशत तक मतदान हो गया। दोपहर एक बजे तक 3
जागरण संवाददाता, बागपत: बागपत लोकसभा में सुबह सात बजे से ही वोटों की बरसात शुरू हो गई तथा शाम छह बजे तक कुल 63.90 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान शुरू होते ही कई बूथों पर ईवीएम खराब हो गई। इससे घंटों मतदाताओं को मतदान करने के लिए इंतजार करना पड़ा। कंडेरा में भाजपा व रालोद पार्टी समर्थकों में मतदान केंद्र पर ही झगड़ा हुआ। वहीं ढि़कौली गांव में वोटरों के साथ मारपीट की गई। मतदान समाप्त होने के बाद ईवीएम को खेकड़ा स्थित लख्मीचंद पटवारी कालेज में सीआइएसएफ की सुरक्षा में रख दिया गया।
गुरुवार की सुबह सात बजे बागपत लोकसभा के 1796 बूथों पर मतदान शुरू हुआ। सुबह से ही मतदान केन्द्रों के बाहर मतदाताओं की लाइनें लग गई थी। लेकिन कई बूथों पर ईवीएम खराब होने के कारण मतदाताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। 11 बजे 26 प्रतिशत तक मतदान हो गया। दोपहर एक बजे तक 38 प्रतिशत मतदान हुआ। तीन बजे मतदान 51 प्रतिशत पहुंच गया। शाम पांच बजे तक मतदान प्रतिशत 60 प्रतिशत पहुंच गया। मतदान समाप्त छह बजे हुआ और मतदान प्रतिशत 63.90 पर पहुंच गया। मतदान के दौरान छिटपुट घटनाएं हुई। इसमें बिनौली क्षेत्र के मालमाजरा गांव में दबंगों ने मतदाताओं को डरा-धमकाकर मतदान केंद्र पर जाने से रोकने की कोशिश की। वहीं कंडेरा गांव में रालोद व भाजपा के समर्थकों में मतदान केंद्र पर वोट डालने को लेकर झगड़ा हुआ। उनकी बीच मारपीट हुई। तनाव को देखते हुए पीएसी तैनात की गई। ढि़कौली गांव में दबंगों ने एक परिवार के सदस्यों पर अपने प्रत्याशी के समर्थन में मतदान करने का दबाव बनाया।