बाप रे ! छह हजार कर्ज पर 54 हजार ब्याज
साहूकार कैसे गरीबों का खून चूसते हैं इसका नमूना बागपत तहसील में देखने को मिला। महिला ने साहूकार पर छह हजार कर्ज पर 54 हजार रुपये ब्याज लगाकर वसूली को पुलिस से दबाव बनाने के जुल्म की दास्तां बयां की तो डीएम चौंक गईं।
बागपत, जेएनएन : साहूकार कैसे गरीबों का लहू चूसते हैं इसका नमूना बागपत तहसील में देखने को मिला। पीड़ित महिला ने छह हजार रुपये कर्ज पर 54 हजार रुपये ब्याज लगाकर वसूली का दबाव बनाने की दास्तां बयां की तो डीएम हैरान रह गई। डीएम ने सख्त लहजे में पुलिस को हिदायत दी कि साहूकार का लाइसेंस चेक करिए। लाइसेंस नहीं मिले तो जेल भेजिए।
ग्वालीखेड़ा गांव की पूनम पत्नी रामबीर ने संपूर्ण समाधान दिवस में डीएम को बताया कि एक साल पहले उनके पति ने गांव में ब्याज पर पैसे देने वाले एक व्यक्ति से छह हजार रुपये कर्ज लिया। वह एक साल का ब्याज 54 हजार रुपये बनाकर वसूली का दबाव बनाने लगा। हमने साहूकार से कहा कि मजदूरों पर रहम करिए। हम दो-तीन सौ रुपये रोजाना की मजदूरी करते हैं, फिर तो हम जिंदगी भर कर्ज नहीं उतार पाएंगे। साहूकार नहीं माना और घर आकर परेशान करने लगा। महिलाओं के सामने उसके पति को बेइज्जत करता है।
साहूकार की दबंगई हद से ज्यादा बढ़ने पर गांव में पंचायत की, जिसमें पंचों के आदेशानुसार हमने साहूकार को छह हजार रुपये लौटा दिए, लेकिन कुछ दिन शांत रहने के बाद वह फिर 54 हजार रुपये का तगादा करने लगा है। रुपये नहीं चुकाने की पुलिस में झूठी शिकायत कर दी। अब पुलिस उनके घर आकर धमकाती है और कार्रवाई करने की चेतावनी देती है।
महिला और उसकी सास की बात सुन डीएम समेत तमाम अफसर हैरान रह गए। डीएम ने ग्वालीखेड़ा चौकी प्रभारी के सब इंस्पेक्टर को तलब कर पूछताछ की तो दारोगा ने कहा कि महिला बिल्कुल सही कह रही है। वह व्यक्ति गांव में ब्याज पर कर्ज देता है और लोगों को परेशान करता है। वह अधिकारियों से शिकायत कर वसूली कराने का आदेश करा लेता है। डीएम शकुंतला गौतम ने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि बिना लाइसेंस लिए ब्याज पर कर्ज देना अपराध है। यदि कोई अफसर उस साहूकार का पक्ष ले तो हमें बताएं। हम ठीक कर देंगे। डीएम ने कार्रवाई कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप