खिल उठेगी रिहाइश..गुलजार होगा मंडोला
जागरण संवाददाता, बागपत : अक्षरधाम से मवीकलां तक नया हाईवे बनने जा रहा है। यह हाईवे कन
जागरण संवाददाता, बागपत :
अक्षरधाम से मवीकलां तक नया हाईवे बनने जा रहा है। यह हाईवे कनेक्टिविटी के अलावा हजारों घरों में खुशियां का पैगाम लेकर आया है। जब अक्षरधाम से हाईवे बनना प्रारंभ होगा, तो बागपत जनपद तथा इसकी सीमा पर मंडोला में बने हजारों आवासीय भवनों में खुशियों की फुलवारी खिल उठेगी। दरअसल अभी तक दिल्ली और गाजियाबाद से कनेक्टिविटी के अभाव में यहां बने कई हजार फ्लैट खाली पड़े हैं। निर्माण पूरा होने के कई साल होने बाद भी फ्लैट मालिकान यहां रहने के लिए नहीं आ रहे हैं। अब यह हाईवे इस क्षेत्र से दिल्ली को सीधे जोड़ेगा तो यह फ्लैट भी आबाद हो जाएंगे। इसे लेकर मंडोला तथा निकटवर्ती गांवों में उम्मीदे जवां हो उठी हैं।
ये है मास्टर प्लान
दरअसल एनएचएआइ मवीकलां से अक्षरधाम तक हाईवे का निर्माण करने जा रहा है। यह दिल्ली के शास्त्री पार्क, न्यू उस्मानपुर, खजूरी खास और भजनपुरा से होकर गुजरेगा। बागपत में यह दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेस वे को जोड़ेगा। इसका शिलान्यास हो चुका है। इस हाईवे से मंडोला की आवासीय कालोनी को पूरा लाभ मिलेगा। अब तक वीरान पड़ी यह कालोनी अब गुलजार हो उठेगी। दिल्ली में नौकरी करने वालों के लिए यह आवासी कालोनियां सबसे निकटवर्ती क्षेत्र होंगी, यहां पर रहकर दिल्ली को आसानी से कवर किया जा सकेगा।
सबसे अधिक लाभ मंडोला को
मंडोला गांव में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने हजारों फ्लैट आवासीय योजना के तहत बनवा रखे हैं, जबकि बागपत की सीमा पर खेकड़ा में एनबीसीसी ने सैकड़ों फ्लैट बनवाये हैं, जो कि बरसों बाद भी खाली पड़े हैं। यातायात के साधनों के अभाव में यहां रहने के लिए कोई नहीं आ रहा था। अब कनेक्टिविटी होने पर इनमें रहने के लिए फ्लैट के मालिकान आएंगे, ऐसी उम्मीद जताई जा रही है।
किसानों के भी आएंगे अच्छे दिन
अक्षरधाम से खेकड़ा तक बनने वाला एलीवेटेड हाइवे किसानों को भी मालामाल कर देगा। इसके लिए कई गांवों के किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इस हाईवे में करीब 12 किलोमीटर का एलिवेटेड रोड बनेगा, दिल्ली में इस रोड का 14.7 किलोमीटर और यूपी में 17.5 किलोमीटर लंबा हिस्सा होगा। इसमें छह किलोमीटर एलिवेटेड रोड बनेगा। मार्च से निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। इस हाईवे के लिए 12 गांव की जमीन का अधिग्रहण किया जाना है, इसकी सूची तैयार कर शासन को भेज दी गई है। किसानों को इसके बदले उपयुक्त मुआवजा मिलेगा।