Move to Jagran APP

सुख-समृद्धि और धन-धान्य में वृद्धि की कामना के साथ मनाई दीपावली

बड़ौत (बागपत): प्रकाश का पर्व दीपावली पारंपरिक रीति के साथ धूमधाम से मनाई गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Nov 2018 12:00 AM (IST)Updated: Fri, 09 Nov 2018 12:00 AM (IST)
सुख-समृद्धि और धन-धान्य में वृद्धि की कामना के साथ मनाई दीपावली
सुख-समृद्धि और धन-धान्य में वृद्धि की कामना के साथ मनाई दीपावली

बड़ौत (बागपत): प्रकाश का पर्व दीपावली पारंपरिक रीति के साथ धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर माता लक्ष्मी व भगवान गणेश का पूजन किया गया और धन्य-धान्य व सुख-समृद्धि की कामना की गई। लोगों ने जमकर आतिशबाजी की।

loksabha election banner

दीपावली पर सजीं रंग-बिरंगी लाइटों और आतिशबाजी के बीच मोमबत्ती और मिट्टी के दीपकों की मोहनी आभा लुभाती रही। लोगों ने एक-दूसरे को उपहार भेंट कर शुभकामनाएं दी। घरों में लजीज व्यंजन व मिष्ठान बनाए गए। शाम के समय घरों में माटी के दीये जलाकर लक्ष्मी-गणेश का पूजन कर प्रसाद वितरित किया गया। मोमबत्ती और मिट्टी के दीपों की लड़ी घरों की छतों और मुंडेरों पर सजाई गई। घरों के बाहर सजाई गई रंगबिरंगी इलेक्ट्रानिक झालरों ने आकर्षक नजारा पेश किया। शाम को पूजन के बाद शुरू हुआ आतिशबाजी चलाने का दौर देर रात तक चलता रहा। रॉकेटों से निकली सतरंगी रोशनी से पूरा आसमान नहा उठा। उधर, दाहा, दोघट, बिनौली, छपरौली, रमाला क्षेत्र में ज्योति पर्व के उपलक्ष्य में मंदिरों में श्रद्धालु उमड़े। युवा व बच्चों ने खूब पटाखे फोड़े। इस मौके पर बिजली की आंख-मिचौली लोगों को अखरी, मगर उल्लास के आगे सभी दिक्कतें उड़न छू हो गईं।

-------------

मोमबत्ती के साथ दी

शुभकामनाएं

शाम को दीवाली पूजन के बाद लोगों ने एक दूसरे को मिष्ठान व मोमबत्ती भेंट की और गले लगकर त्योहार की शुभकामनाएं दी। लोगों ने एसएमएस, वाट्सएप, फेसबुक आदि के माध्यम से अपने प्रियजनों को शुभकामना संदेश भेजे। बच्चों ने अपने दोस्तों को कार्डों पर शुभकामनाएं लिखकर भेंट किए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.