अधिकतम दायित्व व लाभांश की घोषणा
सहकारी समितियों पर आयोजित वार्षिक साधारण सभा में आगामी वर्ष का अधिकतम दायित्व व किसानों को दिए जाने वाले लाभांश की घोषणा की गई।
बागपत, जेएनएन: सहकारी समितियों पर आयोजित वार्षिक साधारण सभा में आगामी वर्ष का अधिकतम दायित्व व किसानों को दिए जाने वाले लाभांश की घोषणा की गई।
गुरुवार को लहोड्डा गांव स्थित कृषक सेवा सहकारी समिति लिमिटेड बिजरोल की वार्षिक साधारण सभा की बैठक में मुख्य अतिथि बड़ौत विधायक केपी मलिक ने शिरकत की। एडीओ योगेंद्र मलिक ने बताया कि समिति का आगामी वर्ष का अधिकतम दायित्व 11.33 करोड़ रुपये और कृषकों को मुनाफे में आठ प्रतिशत लाभांश के रूप में 4.80 लाख रुपये प्रस्ताव पास हुआ है। सहायक आयुक्त देवेंद्र सिंह ने तीन प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध होने की जानकारी दी। अध्यक्षता सभापति रविद्र तोमर ने की। सचिव संजय, उपाध्यक्ष रविद्र, महेश कुमार, अशोक कुमार, अनंगपाल सिंह, मोनू तोमर, श्रीपाल, साहब सिंह, संजीव, रविद्र, राजीव कुमार आदि मौजूद रहे। उधर, साधन सहकारी समिति बरवाला में वार्षिक सामान्य निकाय की बैठक सभापति रूपेश तोमर की अध्यक्षता में हुई। सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि उर्वरक, बीज एवं कीटनाशक की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता समिति गोदाम पर ही कराई जाए। बैठक में संजू तोमर, रविद्र डायरेक्टर, करण सिंह डायरेक्टर, भूप सिंह डायरेक्टर, सुमन देवी, विजेंद्र डायरेक्टर के साथ-साथ बरवाला, लोयन और मलकपुर गांव के किसान मौजूद रहे।
उधर, किसान सेवा सहकारी समिति दोघट पर वार्षिक साधारण सभा में आगामी वर्ष के लिए 20 करोड़ का अधिकतम दायित्व का प्रस्ताव पास हुआ। लाभ में चल रही समिति ने किसानों के 1.11 करोड़ जमा हिस्से पर आठ प्रतिशत लाभांश देने का प्रस्ताव पास हुआ। मुख्य अतिथि छपरौली विधायक सहेंद्र सिंह ने समिति परिसर में बैंक शाखा बनवाने, खड़ंजा लगवाने का आश्वासन दिया। किसानों ने बिनौली ब्लॉक को दो हिस्सों में कराकर दोघट या दाहा में दूसरा ब्लॉक मुख्यालय बनवाने तथा पुसार या दाहा ने गन्ना समिति बनवाने की मांग की। अध्यक्षता समिति चेयरमैन अनिता चौधरी तथा संचालन एडीओ योगेंद्र मलिक ने किया। सहायक निबंधक सहकारिता बागपत देवेंद्र सिंह, सुदर्शन गुप्ता, यशपाल राणा, संजीव कुमार, एमडी धर्मवीर सिंह, देशपाल सिंह, राजेंद्र चौधरी, रामनाथ प्रधान, प्रमोद प्रधान, रामछैल पंवार, राजपाल शास्त्री, कृष्णपाल राठी, हरपाल आदि मौजूद रहे।