हाईवे किनारे की फसल उजाड़ी, हंगामा के बाद रुका काम
दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर जिवाना गेट के पास टोल टैक्स के लिए अधिग्रहित की भूमि पर किसानों की सहमति के बिना टोल टैक्स बनाने वाली कंपनी के कर्मचारियों ने जेसीबी से फसल को उजाड़ दिया। आक्रोशित किसानों ने हंगामा करते हुए मुआवजा दिलाने की मांग की है। दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर जिवाना गेट के पास टोल टैक्स बनाया जा रहा है जिसके लिए लगभग 119 किसानों की भूमि अधिग्रहित की गई है।
बागपत, जेएनएन। दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर जिवाना गेट के पास टोल टैक्स के लिए अधिग्रहित की भूमि पर किसानों की सहमति के बिना टोल टैक्स बनाने वाली कंपनी के कर्मचारियों ने जेसीबी से फसल उजाड़ दी। आक्रोशित किसानों ने हंगामा करते हुए मुआवजा दिलाने की मांग की है।
दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर जिवाना गेट के पास टोल टैक्स बनाया जा रहा है, जिसके लिए लगभग 119 किसानों की भूमि अधिग्रहित की गई है। किसानों व टोल टैक्स अधिकारियों के बीच मुआवजे को लेकर अभी तक सहमति नहीं बन पाई है, लेकिन सोमवार को टोल टैक्स कंपनी के अधिकारियों ने किसानों की सहमति के बिना ही उनकी भूमि पर खड़ी गेहूं, गन्ने व सरसों की फसल जेसीबी से उखाड़ दी। किसानों को इसकी जानकारी हुई तो वे मौके पर पहुंचे और हंगामा करते हुए जेसीबी को रुकवाया। किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि कंपनी किसानों की भूमि सस्ते भाव में खरीदना चाहती है, लेकिन 70 लाख रुपये प्रति बीघा से कम पर समझौता नहीं किया जाएगा। किसानों ने चेतावनी दी कि उनकी मांग नहीं मानी गई तो दूसरे किसानों का सहयोग लेकर आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान धर्मबीर, कर्ण सिंह, महक सिंह, रोहताश, पीतम, जगत सिंह, शिवचरण आदि मौजूद थे।