गगन पर जानलेवा हमला करने का सनसनीखेज राजफाश
जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत): तीन दिन पहले नगर में फैक्ट्री मालिक को गोलियां चलाकर घायल करने की घटन
जागरण संवाददाता, बड़ौत (बागपत): तीन दिन पहले नगर में फैक्ट्री मालिक को गोलियां चलाकर घायल करने की घटना का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता को सिम मुहैया कराने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि एक युवती से शादी न होने से नाराज होकर ही मुख्य साजिश कर्ता युवक ने इस घटना को शूटरों से अंजाम दिलवाया है।
इंस्पेक्टर बचन ¨सह सिरोही ने पत्रकार वार्ता कर बताया कि सरधना थाना क्षेत्र के छुर गांव का रहने वाला अरुण बड़ौत में अपने चाचा के घर रहकर एक शू¨टग रेंज पर निशानेबाजी सीख रहा था। इसी दौरान अरूण की पहचान रमाला थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती से हो गई। यह युवती भी बड़ौत में अपनी रिश्तेदारी में रहकर इसी शू¨टग रेंज पर निशानेबाजी सीख रही थी। दोनों का रिश्ता तय हो गया, लेकिन अरूण एक मुकदमे में जेल चला गया। यह मुकदमा बुढ़ाना कोतवाली में दर्ज हुआ था।
इंस्पेक्टर ने बताया कि अरूण के जेल जाने के बाद युवती का रिश्ता उसकी मां ने गगन निवासी बड़ौत के साथ तय कर दिया। इसी बीच अरूण जेल से बाहर आ गया और उसे युवती से रिश्ता टूटने और गगन के साथ तय होने का पता चला तो वह आग बबूला हो गया। अरूण गगन को जानता था, लेकिन गगन अरूण को नहीं जानता था। कुछ समय पहले अरूण बड़ौत नगर में ही गगन को मिला और धमकी देते हुए कहा कि युवती का रिश्ता पहले उसके साथ तय हुआ था इसलिए उससे शादी मत कराना। उधर, गगन ने भी अरूण को धमकी देते हुए कहा कि जो कुछ हो कर लेना, वह शादी उसी युवती से करेगा। दोनों ने एक-दूसरे को देख लेने की भी धमकी दी। इसी बीच अरूण फिर बिनौली थाने में दर्ज एक मुकदमे में जेल चला गया और युवती की शादी गगन के साथ हो गई।
इंस्पेक्टर ने बताया कि अरूण की मुलाकात जेल में ही बड़ौत स्थित पट्टी चौधरान के एक शूटर से हुई। अरूण ने शूटर के साथ मिलकर गगन की हत्या की साजिश रच डाली। शूटर जैसे ही जमानत पर जेल से बाहर आया तो योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए उसने अपने दो साथी शूटर भी योजना में शामिल कर लिए। इसी बीच अभिषेक पुत्र प्रदीप निवासी गुराना रोड और गोलू उर्फ समय पुत्र राकेश निवासी पट्टी चौधरान ने जेल में बंद अरूण को सिम मुहैया करा दिए। अरूण ने इस सिम को शूटर को दे दिया, जिसके बाद 22 जून को शूटर अपने दो साथियों के साथ गगन की बंद पड़ी फैक्ट्री पर पहुंचा और फोन कर फैक्ट्री का सामान खरीदने की बात कहकर उसे फैक्ट्री में बुला लिया। बातचीत करते हुए शूटर ने गगन से कहा कि युवती अरूण की नहीं हो सकी तो तेरी भी नहीं होगी, अचानक गगन पर फाय¨रग शुरू कर दी। उसके ऊपर पांच फायर किए गए, जिनमें से तीन गोली गगन को लगी। उसके बाद तीनों आरोपित फरार हो गए। अभिषेक और गोलू उर्फ समय को खत्री गढ़ी से गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। गगन का मेरठ में एक अस्पताल में उपचार चल रहा है।