Move to Jagran APP

बागपत में कोरोना से पहली मौत, दहशत

बागपत में कोरोना से पहली मौत हुई है। कैंसर से पीड़ित कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की मौत से गांव ढिकौली में दहशत व्याप्त है। दिल्ली के अस्पताल में व्यक्ति की मौत हुई है। दिल्ली में ही व्यक्ति के शव का अंतिम संस्कार किया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 10:40 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 06:02 AM (IST)
बागपत में कोरोना से पहली मौत, दहशत
बागपत में कोरोना से पहली मौत, दहशत

बागपत, जेएनएन। बागपत में कोरोना से पहली मौत हुई है। कैंसर से पीड़ित कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की मौत से गांव ढिकौली में दहशत व्याप्त है। दिल्ली के अस्पताल में व्यक्ति की मौत हुई है। दिल्ली में ही व्यक्ति के शव का अंतिम संस्कार किया गया। जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 30 हो चुकी है। वहीं 24 ठीक हो चुके हैं और पांच केस सक्रिय हैं।

loksabha election banner

जिले के ग्राम ढिकौली का व्यक्ति काफी समय से कैंसर से पीड़ित था। डेढ़ साल से व्यक्ति का इलाज दिल्ली में शाहदरा के जीटीबी अस्पताल में चल रहा था। हालत खराब होने पर बीते सप्ताह व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल भर्ती कराया था। दिक्कत बढ़ने पर व्यक्ति का कोरोना टेस्ट कराया गया। पॉजिटिव आने का पता लगने पर विभाग ने गांव को सैनिटाइज कराकर परिवार में पुत्र व पुत्री संग मोहल्ले के कई लोगों की जांच कराई थी। मंगलवार रात 11 बजे व्यक्ति की दिल्ली में अस्पताल में मौत हो गई। पता लगते ही परिजन अस्पताल पहुंचे। बुधवार दोपहर एक बजे विद्युत शवदाह गृह में व्यक्ति के शव का अंतिम संस्कार किया गया। इसकी पुष्टि व्यक्ति के पुत्र ने की। वहीं व्यक्ति के पुत्र व पुत्री संग अन्य लोगों की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। व्यक्ति की मौत के बाद से गांव में दहशत है। वहीं गांव के लोग घरों में कैद हो गए है। इसी के चलते गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा है।

-----

स्वास्थ्य महकमे को दिल्ली के अस्पताल से नहीं मिली जानकारी

-सीएमओ डा. आरके टंडन ने बताया कि दिल्ली के अस्पताल में कैंसर व कोरोना का उपचार करा रहे व्यक्ति की मौत होने की सूचना मिली है। व्यक्ति की मौत के कारणों की रिपोर्ट अस्पताल से नहीं मिली है। मौत कैंसर से हुई या कोरोना से इसकी पुष्टि रिपोर्ट से होगी। नहीं था कोरोना, बनाया हव्वा

व्यक्ति की मौत को लेकर गांव में तरह तरह की चर्चाएं चल रही है। अधिकांश ग्रामीणों का कहना था कि व्यक्ति को कोरोना नहीं था कैंसर से ही मौत हुई है। अगर कोरोना होता तो परिवार के अन्य लोग भी गिरफ्त में होते। कहा कि प्रशासन रिपोर्ट को लेकर हव्वा बना रहा है। एक दो दिन गली को सैनिटाइज कराने के बाद विभाग ने गांव की सुध भी नहीं ली है। लोगों में विभाग के खिलाफ आक्रोश है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.