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मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की जांच को जेल पहुंची सीबीआइ

पूर्वांचल के डॉन मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की जांच को सीबीआई के तीन सदस्य की टीम बागपत जेल पहुंची। तन्हाई बैरक के सामने घटनास्थल का मौका मुआयन कर जेल अधीक्षक से जानकारी जुटाने के बाद टीम ने खेकड़ा कोतवाली पर दर्ज मुकदमें से संबंधित दस्तावेज से साक्ष्य जुटाए। साथ ही जेल के गटर से बरामद पिस्टल की जांच रिपोर्ट को बारीकी से पढ़ा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Mar 2020 08:34 PM (IST)Updated: Mon, 09 Mar 2020 08:34 PM (IST)
मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की जांच को जेल पहुंची सीबीआइ
मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की जांच को जेल पहुंची सीबीआइ

बागपत, जेएनएन। पूर्वाचल के डॉन मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की जांच को सीबीआइ की तीन सदस्यीय टीम सोमवार को बागपत जेल पहुंची। तन्हाई बैरक के सामने घटनास्थल का मुआयना कर जेल अधीक्षक से जानकारी ली। इसके साथ ही टीम ने खेकड़ा कोतवाली मे दर्ज मुकदमे से संबंधित दस्तावेज से साक्ष्य जुटाए। जेल के गटर से बरामद पिस्टल की जांच रिपोर्ट को बारीकी से पढ़ा। पिस्टल को टीम जांच के लिए संग ले जाएगी।

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माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह की अर्जी पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने गत 25 फरवरी को केस की सीबीआइ जांच के आदेश दे दिए थे। सीबीआइ ने जांच शुरू कर दी है। सोमवार को दिल्ली से सीबीआइ के डीएसपी अरुण रावत के नेतृत्व में तीन सदस्यों की टीम बागपत जेल पहुंची। जेल अधीक्षक सुरेश सिंह से हत्याकांड के संबंध में जानकारी ली। यहां से टीम कोतवाली पहुंची। टीम ने इंस्पेक्टर से दो दिन बाद पिस्टल साथ ले जाने की बात कही। टीम ने मुन्ना बजरंगी के शरीर से निकली गोलियां व गटर से बरामद गोलियों की रिपोर्ट को भी देखा। संबंधित कागजात एकत्रित कर टीम लौट गई। उधर, एसपी प्रताप गोपेंद्र यादव का कहना कि सीबीआइ की टीम का जांच में पूरा सहयोग किया जाएगा।

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यह है मामला

बड़ौत के पूर्व विधायक लोकेश दीक्षित व उनके भाई नारायण दीक्षित से रंगदारी मांगने के मामले में झांसी जेल में बंद माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी को बी-वारंट पर अदालत में पेश करने के लिए आठ जुलाई 2018 को पुलिस बागपत लेकर आई थी। नौ जुलाई की सुबह करीब साढ़े छह बजे जेल में ही मुन्ना की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। जेल में बंद कुख्यात सुनील राठी ने हत्या करना कबूल किया था। उसकी निशानदेही पर जेल के सेफ्टी टैंक से एक पिस्टल, दो मैगजीन व 22 कारतूस बरामद हुए थे। खेकड़ा थाने में तत्कालीन जेलर यूपी सिंह ने अभियुक्त सुनील राठी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। वहीं, मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह, रिटायर्ड डिप्टी एसपी जेएम सिंह, प्रदीप उर्फ पीके (पुत्र जेएम सिंह), महराज सिंह व विकास उर्फ राजा पर पति की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की थी। पुलिस ने सुनील राठी के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी थी। वहीं, अन्य आरोपितों को क्लीनचिट दे दी थी।


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