शीघ्र ही कैमरों से लैस होगा ईपीई
ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे को हाईटेक बनाने के क्रम में कैमरे लगाने को केबिल डालने शुरू कर दिए हैं। कैमरे लगने से अपराधिक घटना व दुर्घटनाओं पर भी विराम लगेगा।
बागपत, जेएनएन। ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे को हाईटेक बनाने के क्रम में कैमरे लगाने को केबिल डालने शुरू कर दिए हैं। कैमरे लगने से अपराधिक घटना व दुर्घटनाओं पर भी विराम लगेगा।
ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर शुरुआत में निर्माण कंपनी ने इक्का दुक्का स्थान पर कैमरे लगाए थे, जिनमें कुछ खराब हुए तो कुछ चोरी हो गए। इस कारण एक्सप्रेस-वे पर चोरी व लूट जैसी घटनाएं आम हैं। अधिकतर दुर्घटनाएं भी वाहनों की अधिक स्पीड के कारण हो रही हैं। एनएचएआइ ने एक्सप्रेस-वे पर सुरक्षा की ²ष्टि से कैमरे लगाने का कार्य शुरू कराया है। हर दो किलोमीटर की दूरी पर हाईटेक कैमरे लगेंगे। कैमरे लगाने वाली कंपनी ने गाजियाबाद की तरफ से केबिल डालने शुरू कर दिए हैं। अब कर्मचारी हर दो किलोमीटर पर कैमरे लगाने के लिए खुदाई कर फाउंडेशन तैयार करने में लगे हैं। केबिल डालने के लिए पाइप लाइन भी बिछा दी गई है। कर्मचारियों की मानें तो एक माह के भीतर ईस्टर्न एक्सप्रेस-वे पर कैमरे चालू हो जाएंगे। स्पीड पर रोक लगाने में होंगे सहायक
--एक्सप्रेस-वे पर वाहन की स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा तय की है। चालक वाहन को 150-200 किलोमीटर प्रतिघंटा तक दौड़ाते हैं। स्पीड के कारण ही एक्सप्रेस-वे पर हादसों में राहगीरों की जान जाती है। एक्सप्रेस-वे पर कैमरे से अधिक रफ्तार पर दौड़ने वाले वाहनों के ऑनलाइन चालान होंगे, जिससे चालक वाहनों को तय रफ्तार सीमा को पार नहीं करेंगे। आपराधिक घटनाओं पर भी काफी हद तक अंकुश लगेगा। नहीं दौड़ेंगे प्रतिबंधित वाहन
-एक्सप्रेस वे पर ओवरलोड व प्रतिबंधित वाहन दौड़ने से नहीं रुक रहे हैं। कैमरे लगने के बाद प्रतिबंधित व ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई होना आसान होगा। नियमों का पालन नहीं करने वाले वाहनों का ऑनलाइन चालान टोल बूथ पर चालक को दिया जाएगा। कैमरे वाहनों की नंबर प्लेट को भी स्कैन करने की क्षमता रखने वाले होंगे। इन्होंने कहा ..
--एक्सप्रेस-वे पर जल्द ही कैमरे लग जाएंगे। ओवर स्पीड वाहनों के चालान कैमरों की मदद से कटेंगे, जो टोल बूथ पर चालक को दिए जाएंगे।
राजीव चौहान, एनएचएआई कर्मी