सीएए को लेकर रालोद का प्रदर्शन, एसडीएम को ज्ञापन
गुजरा साल 2019 बागपत ही नहीं बल्कि पश्चिम उप्र की सिसयासत में खलबली मचा गया। लोकसभा चुनाव में जहां भाजपा ने जीत का परचम लहराया वहीं रालोद को करारा झटका लगा है क्योंकि जयंत चौधरी की हार से चौधरी परिवार का किला नहीं बल्कि वजूद बचाने का सपना चकनाचूर हो गया।
बागपत, जेएनएन। नागरिक संशोधन कानून (सीएए) को लेकर रालोद भी मैदान में उतर गई। शुक्रवार को जिलाध्यक्ष सुखबीर सिंह गठीना के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बागपत में पार्टी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर एसडीएम पुलकित गर्ग को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन देकर नागरिक संशोधन कानून निरस्त करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि नया कानून आने के बाद पुलिस और नागरिकों में टकराव की स्थिति बन रही है। ऐसी स्थिति समाज, देश और अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी नहीं है।
रालोद के कार्यकर्ताओं ने किसानों के मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री चौ. चरण सिंह को भारत रत्न देने तथा दस साल पुराने वाहनों पर लगे प्रतिबंध को खत्म करने की मांग की। वहीं रालोद जिलाध्यक्ष, पूर्व विधायक डा. अजय तोमर, पूर्व विधायक वीरपाल राठी, एडवोकेट जयवीर सिंह तोमर, गन्ना समित मलकपुर के पूर्व चेयरमैन चौ. रामकुमार, सुरेश मलिक, ब्लाक प्रमुख सुभाष गुर्जर, रामपाल धामा, रालोद के युवा नेता प्रमेंद्र तोमर, डा. जगपाल सिंह तेवतिया, इफ्तार हसन एडवोकेट, ओमबीर ढाका समेत तमाम वक्ताओं ने प्रदेश और केंद्र सरकार की नीतियों को किसान विरोधी करार दिया।
उन्होंने कहा कि असल मुद्दों से ध्यान हटाने को सीएए लाया गया है। साथ ही इन नेताओं ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। इस दौरान अशोक कुमार, अजहर खान, कृष्णपाल गुरुजी, रिछपाल सिंह, नीरज पंडित, अमित जैन, सत्येंद्र खोखर एडवोकेट, कालूराम, रणधीर सिंह तोमर, धीरज उज्ज्वल, हरेंद्र सिंह, ब्रह्मपाल सिंह आदि मौजूद रहे।