42 साल पुराने पुल के ज्वाइंट में आई दरार, रात में ही रोका आवागमन...मरम्मत में जुटे एनएचएआइ कर्मचारी
बागपत में एक 42 साल पुराने पुल के जोड़ में दरार आने के कारण रात में ही यातायात को रोक दिया गया। एनएचएआइ के कर्मचारी तुरंत मरम्मत कार्य में जुट गए हैं ताकि जल्द से जल्द पुल को यातायात के लिए सुरक्षित बनाया जा सके।

बागपत में यमुना नदी पर बने पुल पर देर रात मरम्मत का काम करते कर्मचारी। जागरण
जागरण संवाददाता, बागपत। मेरठ-रोहतक वाया बागपत-सोनीपत नेशनल हाईवे-334बी पर स्थित निवाड़ा-गौरीपुर में यमुना पर बने पुल के ज्वाइंट में दरार आने से खलबली मच गई। समय से दरार का पता चलने से हादसा टल गया। शुक्रवार रात को ही वाहनों का आवागमन रोककर पुल की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया।
यदि समय रहते पुल की दरार का पता नहीं चलता तो हादसे की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता था। रात में भी एनएचएआइ के कर्मचारी पुल की मरम्मत में जुटे थे। बताया गया कि पुल के ज्वाइंट में रोडी भरी होती हैं जो पुरानी होने से उखड़ने लगी थी, जिससे यह दरार नजर आने लगी। ज्वाइंट में लोहे के सरियों का जाल बनाकर रोड़ी-सीमेंट भरा जा रहा है।
बताते चलें कि इस शाहमल पुल का शिलान्यास तत्कालीन उप प्रधानमंत्री स्व. चौ. चरण सिंह व तत्कालीन मुख्यमंत्री बनारसी दास ने 14 अप्रैल 1979 में औपर निर्माण 1983 में कराया। इसका निर्माण लोक निर्माण विभाग ने उप्र सेतु निगम से कराया था, मगर वर्ष 2018-19 में यह मार्ग नेशनल हाईवे घोषित होने के बाद एनएचएआइ को हैंडओवर कर दिया गया था।
वहीं पुल की मरम्मत से यूपी-हरियाणा सीमा पर वाहनों का लंबा जाम लगा रहा। यातायात प्रभारी निरीक्षक सतेंद्र सिंह का कहना है कि पुल में मरम्मत कार्य करने से जाम लगा था। मगर देर शाम सात बजे तक काम चला, लेकिन पुल पर एक तरफ से वाहनों को निकलवाया गया। पुल की मरम्मत का कार्य हरियाणा की तरफ किया गया। उधर, राष्ट्र वंदना चौक तथा गौरीपुर मोड पर सिग्नल लाइटों के लिए पोल लगाए गए। बागपत शहर में कोर्ट रोड पर काफी देर जाम रहा।

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