बैंकों में तालाबंदी से 125 करोड़ का कारोबार प्रभावित
यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर बैंक कर्मियों ने हड़ताल कर प्रदर्शन किया। बागपत में 145 बैंक शाखाओं पर ताले लटकने से 125 करोड़ रुपये का लेनदेन ठप रहने से हजारों लोग परेशान रहे। बैंक बंद देख लोगों एटीएम की तरफ रुख करते लेकिन दोपहर बाद अधिकांश एटीएम खाली होने से परेशानी और बढ़ गई।
बागपत, जेएनएन। यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर बैंक कर्मियों ने हड़ताल कर प्रदर्शन किया।
सिडिकेट बैंक, ओरियंटल बैंक, केनरा बैंक, आंध्रा बैंक, सेंट्रल बैंक, इंडियन बैंक, कारपोरेशन बैंक, विजय बैंक, पंजाब नेशनल बैंक समेत तमाम कामर्शियल बैंकों की शाखाओं में कर्मियों की हड़ताल रही। अधिकारियों और कर्मियों ने सिडिकेट बैंक बागपत के सामने प्रदर्शन कर धरना दिया। इस दौरान डिपाजिट, विड्राल व चेक क्लियरेंस आदि काम बंद रहने से हजारों लोग हलकान रहे। देहात में अधिकांश लोगों को बैंकों में हड़ताल की जानकारी नहीं थी। ज्यादातर देहात के ही उपभोक्ता बैंक पहुंचे, जिन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा। जिनके पास एटीएम कार्ड थे, उन्हें कुछ राहत मिली।
वहीं सुबोध, सचिन, सुमित, सतपाल व विपुल कुमार समेत अनेक बैंक कर्मियों ने कहा कि सरकार की नीतियों के कारण कर्मी परेशान हैं। कर्मियों ने 11वां वेतन समझौता करने, रिक्त पद भरने, बैंकों के डूबते कर्ज को वसूलने, बैंकों के विलय पर रोक लगाने की मांग की।
जिला अग्रणी बैंक के प्रबंधक प्रदीप बसंत थोराट ने कहा कि कामर्शियल बैंकों में हड़ताल होने से करीब 125 करोड़ रुपये का कारोबार ठप रहा। सिडिकेट बैंक आफिसर्स एसोसिएशन के प्रदेश के सहायक सचिव सत्यपाल सिंह ने कहा कि यदि उनकी मांगें पूरी नही हुई तो 11 से 13 मार्च को फिर हड़ताल रहेगी।
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साहूकारों ने काटी चांदी
बागपत: बैंकों में हड़ताल के कारण लोगों को साहूकारों से बैंक खुलने तक उधार लेकर काम चलाना पड़ा। एक सप्ताह के लिए कई लोगों को पूरे महीने का ब्याज चुकाने की शर्त पर उधार रुपये मिले।
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बैंक कर्मियों की मांग
-20 फीसदी वेतन वृद्धि की जाए।
-नई पेंशन योजना खत्म की जाए।
-पारिवारिक पेंशन में सुधार जरूरी।
-विशेष भत्ता वेतन में समायोजन।
-पांच दिवसीय बैंक व्यवस्था करें।
-अफसर के काम के घंटे तय हों।
-सेवानिवृत्ति लाभ पर कर से छूट।