श्रद्धालु मुख्यमंत्री-प्रधानमंत्री राहत कोष में धनराशि करें दान
कोरोना वायरस को लेकर देश संकट से जूझ रहा है। ऐसे में जरूरतमंद लोगों की सहायता और तमाम व्यवस्थाओं को कराने के लिए रुपए भी चाहिए ताकि देश इस संकट की घड़ी से पार पा सके। गुरुवार को नवरात्र समाप्त हो रहे हैं और इस दिन यानी नवमी पर कन्याओं को भोजन कराया जाता है। मंदिर के पुजारी और महिलाओं ने अपील करते हुए कहा है कि कन्याओं को भोजन न कराकर जरूरतमंदों को खाना खिलाए और कोरोना वायरस से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करें। इस संबंध में पुजारी और महिलाओं से बात की गई।
जागरण न्यूज नेटवर्क, बागपत: कोरोना वायरस को लेकर देश संकट से जूझ रहा है। ऐसे में जरूरतमंद लोगों की सहायता और तमाम व्यवस्थाओं को कराने के लिए रुपये भी चाहिए, ताकि देश इस संकट की घड़ी से पार पा सके। गुरुवार को नवरात्र समाप्त हो रहे हैं और इस दिन यानी नवमी पर कन्याओं को भोजन कराया जाता है। मंदिर के पुजारी और महिलाओं ने अपील करते हुए कहा है कि कन्याओं को भोजन न कराकर जरूरतमंदों को खाना खिलाए और कोरोना वायरस से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करें। इस संबंध में पुजारी और महिलाओं से बात की गई।
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दोघट के दुर्गा मंदिर के पुजारी बलराम पांडेय ने बताया कि नवमी के दिन कन्याओं को भोजन की बजाय जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाए। यह भी एक बड़ा धर्म और पुण्य का काम है चूंकि देश इस समय संकट से जूझ रहा है।
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धनौरा सिल्वरनगर गांव के मंदिर के पुजारी तेजनाथ महाराज ने बताया कि कोरोना वायरस ने देश में बड़े खतरे की घंटी बजा रखी है ऐसे में हर व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह देश के साथ खड़ा हो। नवमी के दिन व्रत खोलकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री राहत कोष में जो भी बने, वह दान करें।
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बड़ौत की रहने वाली सरिता चौधरी ने बताया कि कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है इसलिए वायरस से बचने के लिए इस बार नवमी पर घर पर ही माता रानी की पूजा व अनुष्ठान आदि करें। यह देश हित में सही रहेगा। व्रत खोलकर जो भोजन कन्याओं को कराया जाता था, इस बार वह भोजन जरूरतमंदों को खिलाए।