वकीलों ने डिप्टी कलक्टर और डीएम के पेशकार को बनाया बंधक
एसपी ने फोन पर बार अध्यक्ष से बात कर कार्रवाई का आश्वासन दिया लेकिन धरना खत्म नहीं किया।
बागपत, जेएनएन। अधिवक्ता जाहिद चौधरी हत्याकांड का राजफाश न होने से क्षुब्ध अधिवक्ताओं ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर धरना दिया। डिप्टी कलक्टर व डीएम के पेशकार को बंधक बनाकर मृतक आश्रितों को 50 लाख रुपये आर्थिक मदद और केस के राजफाश की मांग की। शुक्रवार को पश्चिम उप्र के 22 जिलों में अधिवक्ता हड़ताल पर रहेंगे।
पलड़ा निवासी अधिवक्ता जाहिद चौधरी की गत 30 सितंबर को बागपत कचहरी से घर लौटते वक्त दोघट क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी थी। गुरुवार दोपहर 12.30 बजे जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह तोमर तथा महामंत्री आजाद धामा के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने कलक्ट्रेट पर धरना दिया। करीब 1.30 बजे कलक्ट्रेट प्रभारी एवं डिप्टी कलक्टर रामनयन सिंह तथा डीएम कोर्ट के पेशकार राजीव कुमार को बंधक बना लिया। एसपी प्रताप गोपेन्द्र यादव ने फोन पर बार अध्यक्ष से बात कर कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन धरना जारी रहा।
अधिवक्ताओं ने एसओ दोघट को निलंबित करने, हत्याकांड का राजफाश करने, पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद देने की मांग उठाई। दोपहर दो बजे डीएम शकुंतला गौतम ने फोन पर बार अध्यक्ष को आश्वासन दिया कि शुक्रवार को एसडीएम बड़ौत से औपचारिकता पूरी करा पीड़ित परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाने को शासन को पत्र लिखेंगी। इसके बाद दोनों को बंधन मुक्त कर धरना खत्म कर दिया। बार अध्यक्ष ने बताया कि हाईकोर्ट बेंच स्थापना संघर्ष समिति के आह्वान पर शुक्रवार को जाहिद हत्याकांड को लेकर पश्चिम उप्र के 22 जिलों में अधिवक्ता हड़ताल पर रहेंगे। आइजी मेरठ से मिलकर केस के राजफाश की मांग की जाएगी।
अधिवक्ता नरेंद्र पंवार, रामकुमार राठी, संजय पंवार, रामावतार शर्मा, विजश्री, संजय खोखर, विजयपाल तोमर, श्योबीर सिंह, देवेंद्र आर्य, जयबीर सिंह तोमर और प्रवीण नहारा आदि मौजूद रहे।