खूनी संघर्ष का आरोपित पुलिस पकड़ में आया
सरौरा गांव में हुए खूनी संघर्ष में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
बागपत, जेएनएन। सरौरा गांव में हुए खूनी संघर्ष में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। घटना में दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज कराया है। नामजद आरोपित समेत तीन लोगों का अभी भी मेरठ में उपचार चल रहा है।
सरौरा गांव में बुधवार को तहेरे व चचेरे भाइयों के बीच हुई कहासुनी पर तहेरे भाई अमित पुत्र राजेंद्र ने चचेरे भाई मोनू पुत्र जितेंद्र को गोली मारकर घायल कर दिया था। मोनू के स्वजन ने अमित व उसकी पत्नी सोनम मां अनिता के साथ मारपीट कर घायल कर दिया, जिसमें गोली लगने से घायल मोनू दूसरे पक्ष के अमित व उसकी पत्नी सोनम का अभी भी मेरठ के अस्पतालों में उपचार चल रहा है। इंस्पेक्टर दिनेश कुमार चिकारा ने बताया कि घायल मोनू के पिता जितेंद्र ने अमित को नामजद कर रिपोर्ट दर्ज कराई है जबकि दूसरे पक्ष की ओर से अमित के साले मोहित पुत्र सुरेश निवासी अक्केपुर सरधना जिला मेरठ ने दोघट थाने पर जितेंद्र के लड़के कालू व मनोज, जयवीर पुत्र रामपाल, मानक पुत्र प्रमोद को नामजद किया है। जिसमे पुलिस ने जयवीर को पुत्र रामपाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि दीपक पुत्र ओमबीर व राजेंद्र पुत्र रामपाल के शांतिभंग की धाराओं में चालान किया है। चार लोगों का अदालत में आत्मसमर्पण
हमले के दो केसों के चार आरोपितों ने पुलिस को चकमा देकर अदालत में आत्मसमर्पण किया, जिन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है।
ग्राम पाबला बेगमाबाद के कमल के मकान में घुसकर गत 17 जनवरी को गाली-गलौज, मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी थी। पीड़ित कमल ने आरोपित तीन भाई टोनी, विनय, सुनील के अलावा बंटी के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपित टोनी व बंटी ने बुधवार को अदालत में आत्मसमर्पण किया। इसके अलावा बड़ौत क्षेत्र के एक मकान में घुसकर झगड़ा करने के मामले में आरोपित राजू व श्रवण ने अदालत में आत्मसमर्पण किया। बागपत कोतवाली प्रभारी एनएस सिरोही व बड़ौत कोतवाली प्रभारी अजय शर्मा का कहना है कि आरोपितों ने पुलिस दबाव से कोर्ट में सरेंडर किया है।