महिला को भर्ती न करने के दोषियों को दंडित करें
महिला को भर्ती न करने के दोषियों को दंडित करने के आदेश डीएम ने दिए हैं।
बदायूं : जिला अस्पताल में महिला मरीज के साथ हुई संवेदनहीनता के मामले को डीएम दिनेश कुमार सिंह ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने सीएमएस को पत्र लिखकर प्रकरण की जांच कराने और दोषियों को दंडित करने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल, गुरुवार को जांच शुरू नहीं हो सकी। अब मामले की जांच सीएमएस डॉ. बीबी पुष्कर के लौटने पर शुरू होगी। वहीं, सीएमओ डॉ. राजेंद्र कुमार तक यह मामला पहुंच गया है। आज रात को उनके वापस लौटने की उम्मीद हैं। इसके बाद ही प्रकरण में कार्रवाई की जाएगी।
मंगलवार रात थाना उसावां के भवन नगला गांव की तारावती घायलावस्था में जिला अस्पताल आई थीं। बाइकों की भिड़ंत में उनके सिर में चोट लगी थी। यहां उन्हें भर्ती नहीं किया गया। केवल प्राथमिक इलाज करके घर जाने की बात कही गई। जबकि परिजन भर्ती की बात कह रहे थे। रात में दिक्कत न हो, इसके मद्देनजर परिजन घर नहीं गए और रातभर तारावती को लेकर जिला अस्पताल की गैलरी में पड़े रहे। गुरुवार को यह प्रकरण जगजाहिर हुआ तो स्वास्थ्य महकमे में खलबली मच गई। चूंकि सीएमएस की बीमार भतीजी का निधन होने के कारण वह गुरुवार को अस्पताल नहीं आ सके। ऐसे में प्रकरण में जांच शुरू नहीं हो सकी है। इधर, एसीएमओ डॉ. केके जौहरी ने सीएमओ डॉ. राजेंद्र कुमार को पूरे मामले की जानकारी दे दी है। हालांकि सीएमओ के बेटे के सड़क हादसे में घायल होने के कारण वह भी अभी तक अवकाश पर थे और गुरुवार रात उनके वापस लौटने की अटकलें हैं। ऐसे में फिलहाल इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। वर्जन ::
सीएमओ के स्तर से इस मामले में प्रभावी कार्रवाई होगी। हालांकि पहले जांच कराई जाएगी। इस समय वह बाहर हैं, रात में सीएमओ यहां पहुंच सकते हैं। यह अपराध अक्षम्य है।
- डॉ. केके जौहरी, एसीएमओ
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