गेहूं खरीद घोटाले की भेंट चढ़ा आरएफसी का क्रय केंद्र
गेहूं क्रय केंद्र पर हुए घोटाले की वजह से इस बार आरएफसी के क्रय केंद्र भी नहीं खुल सकें हैं।
दातागंज : कई वर्षों से दातागंज मंडी प्रांगण में लगने वाला आरएफसी का गेहूं क्रय केंद्र घोटाले की भेंट चढ़ गया। सैकड़ों किसानों को गेहूं बेचने में दिक्कत होगी। जबकि आरएफसी ने तीन सेंटर क्रय केंद्र समरेर के तीन अलग-अलग गांवों में खोले जाएंगे।
पिछली वर्ष दातागंज मंडी परिसर में आरएफसी का गेहूं क्रय केंद्र था। शुरुआती समय में तो क्रय केंद्र ठीक-ठाक चलता रहा। गेहूं खरीद के बाद जुलाई में गेहूं को डिपो भेजने का लोडिग शुरू हुई घोटाले की बात सामने आई। गेहूं क्रय केंद्र पर लगभग एक करोड़ रुपये का गबन हुआ। मामले में सेंटर इंचार्ज रामेंद्र सिंह द्वारा ठेकेदार ओमेंद्र गुप्ता समेत चार के खिलाफ कोतवाली दातागंज में एफआइआर दर्ज करवाई। पुलिस की तफ्तीश में सेंटर इंचार्ज रामेंद्र सिंह दोषी पाया गया जो फरार चल रहा है। दातागंज मंडी के आस-पास दर्जनों गांव पड़ते हैं। जिसमें पापड़, गंगोला, भटौली, कनकपुर, बसेला, बेला दाढ़ी, कालोरा आदि दर्जनों गांव बड़ी संख्या में पढ़ते हैं। सैकड़ों किसान अपना गेहूं मंडी परिसर में गेहूं क्रय केंद्र पर हर वर्ष बेचने आते हैं, लेकिन इस वर्ष गेहूं क्रय केंद्र न होने की वजह से किसानों को गेहूं बेचने में दिक्कत होगी। आरएफसी विभाग द्वारा समरेर ब्लाक में तीन गेहूं के क्रय केंद्र बनाए गए। जिसमें समरेर, डहरपुर, खुर्द मनकापुर कौर है। मंडी परिसर में गेहूं क्रय केंद्र न होने से दातागंज के किसान रोजाना मंडी प्रांगण के चक्कर काट रहे हैं। आखिर किसान अपने गेहूं कहां बेचे जिससे उन्हें अपनी गेहूं की फसल का उचित दाम मिल सके। किसान जाकिर हुसैन, बबलू, राजभान सिंह, राजू गुप्ता, रिशु सिंह, मोनू सिंह, दिनेश शाक्य, देवेश सिंह आदि ने मंडी प्रांगण में गेहूं क्रय केंद्र खुलवाने की मांग की है। सचिवों की मर्जी के बिना नहीं होगी तौल
दातागंज ब्लॉक में सात साधन सहकारी समिति पर गेहूं की खरीद होनी है, लेकिन इन केंद्रों पर सचिवों की बिना मर्जी के एक दाना भी किसान नहीं तौल सकता। तर्क रहता है कि जो किसान सोसाइटी है वहीं अपना गेहूं तुलवा सकते हैं। साधन सहकारी समिति की प्रसिद्धपुर, बक्सेना, डहरपुर कला, बिहारीपुरा, सलेमपुर आदि समितियों पर गेहूं क्रय केंद्र बनाए गए हैं।
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