इस बार भी नहीं मिलेगा मरीजों को गर्म पानी
जिला अस्पताल में पिछले चार साल से चली आ रही गर्म पानी की समस्या इस साल भी बरकरार रहने की उम्मीद है।
जागरण संवाददाता, बदायूं : जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को इस बार भी सर्दियों में गर्म पानी मयस्सर नहीं हो सकेगा। वजह है कि पानी को गर्म करने वाला प्लांट दुरुस्त नहीं हो सका है। इसकी मरम्मत के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से स्वास्थ्य निदेशालय को लिखा गया था, लेकिन लाखों रुपये का खर्च आने के कारण फिलहाल प्रस्ताव को हरी झंडी नहीं मिल सकी है।
216 बेड के जिला अस्पताल में इस वक्त भी तकरीबन 85 मरीज भर्ती हैं। इनमें कुछ हादसों या मारपीट में घायल हैं, जबकि बाकी के मरीज अलग-अलग बीमारियों से ग्रसित हैं। सर्दियों में इनके नहाने के लिए गर्म पानी दिया जाना चाहिए, लेकिन यहां लगी गर्म पानी की मशीन चार साल से खराब है। ऐसे में मरीजों को या तो ठंडे पानी से नहाना पड़ रहा है या फिर तीमारदार घर से गर्म पानी करके लाते हैं। आसपास इलाके के तीमारदार तो यह व्यवस्था मुहैया करा देते हैं, लेकिन दिक्कत उन मरीजों को ज्यादा होती है जो देहात क्षेत्र से यहां इलाज को आते हैं।
नहीं खुला है रैनबसेरा
जिला व महिला अस्पताल में फिलहाल रैनबसेरा भी नहीं खुल सका है। ऐसे में रात के वक्त तीमारदार भी सिर छिपाने के लिए यहां-वहां भटकते रहते हैं। कुछ तीमारदार पेड़ों की सूखी टहनियां व अखबार आदि एकत्र कर लाते हैं। इसे जलाकर कुछ देर तो राहत मिल जाती है, लेकिन सर्द रातें काटना मुश्किल हो रहा हैं। हालांकि मरीजों के लिए अस्पताल की ओर से कंबल वितरित किए जा चुके हैं।
खांसी-जकड़न के मरीज ज्यादा
अस्पताल की ओपीडी में इस वक्त सबसे ज्यादा मरीज खांसी और जकड़न के आ रहे हैं। सांस के मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। इनके इलाज के लिए भरपूर दवाएं होने का दावा जिम्मेदार कर रहे हैं।
वर्जन ::
गर्म पानी की मशीन दुरुस्त कराने में काफी खर्च आएगा। ऐसे में उसके स्थान पर गैस गीजर समेत अन्य विकल्पों पर विचार किया जा रहा है, ताकि मरीजों को सहूलियत मिल सके।
- डॉ. बीबी पुष्कर, सीएमएस