संस्कारशाला ::: मिलकर चलें साथ, आसान हो जाएंगी मुश्किल राहें
मिलकर साथ चलने से जल्द सफलता मिलने की आस रहती है वर्ना अकेले दम पर काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
जागरण संवाददाता, बदायूं : मिलकर साथ चलने से जल्द सफलता मिलने की आस रहती है वर्ना अकेले दम पर काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। फिर चाहें देश की आजादी का समय हो गया उससे पहले का। बिना सहयोग के ज्यादातर लोग खुद को अकेला ही महसूस करते हैं। दैनिक जागरण की ओर से राजाराम महिला इंटर कॉेलेज में आयोजित पाठशाला में हिदी विषय की शिक्षिका चित्रा कुमारी ने छात्राओं को मिलकर साथ चलकर जीवन में आगे बढ़ने को जागरूक किया। कहा, महापुरुषों ने आपस में मिलकर अंग्रेजों को देश से बाहर भगाया। कई वैज्ञानिक भी परस्पर सहयोग से ही चांद तक पहुंचे हैं। स्कूल-कॉलेजों में प्रोजेक्ट तैयार करने में आपसी तालमेल जरूरी है। इसलिए विद्यार्थी सहयोग की भावना जाग्रत करेंगे तो राहें आसान होती चली जाएंगी। शिक्षिकाओं की बात -
दैनिक जागरण ने हमेशा ही सरोकार की बात की है। इसी क्रम में लोगों को साथ मिलकर चलने को लेकर जागरूक कर रहा है जो हमेशा की तरह सराहनीय है।
- सुलेखा सिंह
विद्यार्थी जीवन हो गया युवा या फिर बढ़ापा। हर उम्र में व्यक्ति के भीतर सहयोग की भावना होनी चाहिए। जिससे न तो कोई झगड़ा होगा और न ही किसी प्रकार का विवाद।
- गीता सागर
छात्राओं को पाठशाला के माध्यम से जागरूक किया गया कि आपस में मिलकर चलना कितना महत्वपूर्ण होता है। आपसी सहयोग से काम समय से पूरा हो जाता है।
- प्रमिला कटियार इस बार भी दैनिक जागरण ने समाज को जागरूक करने वाला अभियान शुरू किया है। आज के समय जरूरी हो गया है कि आपस में मिलकर काम करना सिखाया जाए।
- मणि पांडेय छात्राओं की बात :
दैनिक जागरण की ओर से कॉलेज में आयोजित हुई पाठशाला में आपसी सहयोग को लेकर शिक्षिका ने जागरूक किया। साथियों के सहयोग से पढ़ाई आसान हो जाती है।
- ओशीन
सहयोग की भावना अगर विद्यार्थियों के मन में आ जाए तो पढ़ाई करते समय कोई भी विषय आसानी से समझा जा सकता है। जैसे ग्रुप में पढ़ाई करने से फायदा होता है।
- राधा सागर देश की आजादी के लिए बहुत से आंदोलन हुए। कोई एक व्यक्ति देश को आजाद नहीं कर सकता। आपसी सहयोग ही था कि देश अंग्रेजों से निजात मिल सकी।
- मुस्कान
आज के समय लोगों को एकजुट होकर काम करने को जागरूक करना जरूरी हो गया है। लोगों को समझना होगा कि आपसी सहयोग से मुश्किल काम भी मुमकिन है।
- मंतशा