बहुत कुछ अच्छा हुआ, कुछ होना बाकी
जहां देखो वहां चुनावी चर्चा ही हो रही। खासकर भीड़भाड़ वाले इलाकों में रात में।
बदायूं : हर ओर चुनावी शोर, राजनैतिक दल जहां अपनी मजबूती बता रहे हैं वहीं गैर राजनीतिक संगठन भी एक दूसरे को समर्थन देकर अपना राजनीतिक भविष्य को निखारने की फिराक में हैं। इस बीच जनता के मन में क्या चल रहा है यह गली-चौराहे तो चाय की दुकानों पर ज्यादा सुनने को मिलता है। सभी कयास लगाते हैं तो एक दूसरे प्रत्याशी की हार-जीत पर भी खुलकर बहस करते हैं। आम लोगों की राय और नजरिया जानने के लिए हमारा रिपोर्टर रात में शहर में घूमा। देखा कि हर ओर चुनावी बहस ही सुनाई दी। बात करते हैं स्टेशन रोड पर मौजूद भूरे चाय वाले की दुकान की। जहां पर रेलवे स्टेशन की ओर से आने वाले और उनके नियमित ग्राहक जो रात्रि ड्यूटी पर अलग-अलग संस्थानों में काम करते हैं वह सभी बैठे हुए थे। एकांत में कोई चाय पी रहा था तो कोई चाय का आर्डर दे रहा था। इसी बीच उनके साथ हम भी बैठ गए। चुनावी चर्चाएं शुरू हुईं तो किसी ने महंगाई का मुद्दा उठाते हुए मौजूदा सरकार पर कटाक्ष किया। वहीं कुछ युवाओं ने कहा कि जो भी हमारा देश अब काफी शक्तिशाली बन चुका है। सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर तमाम मुद्दों पर बहस हुई। आवास विकास निवासी मुकेश वर्मा ने कहा कि मोदी जब से प्रधानमंत्री बने हैं तब से हमारा देश आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के लिहाज से काफी मजबूत हुआ है। पहले हमारी सेना के हाथ बंधे रहते थे अब उनको खुली छूट दी गई है। दातागंज तिराहे के पास रहने वाले गौरव सिंह ने कहा कि प्रदेश में भी अब गुंडाराज खत्म हुआ है। स्थानीय मुद्दों पर भी बहस करते हुए कहा कि काम हुआ है, लेकिन बहुत कुछ अभी बाकी है।