UP News : यूपी के बदायूं में बीमारियों की मार, अस्पताल पहुंचे चार हजार
UP News चिकित्सकों ने बताया कि इन दिनों वायरल बुखार चल रहा है। जांच रिपोर्ट में भी अधिकतर मरीज वायरल बुखार से ग्रस्त निकल रहे हैं। गनीमत है कि जिले में एक भी मरीज डेंगू से प्रभावित नहीं निकला है। लेकिन डेंगू सीजन शुरू होने से पहले जिला अस्पताल प्रशासन ने पूरी तरह से अपनी कमर कस ली है।
संवाद सहयोगी, बदायूं। इन दिनों बीमारियों का मौसम चल रहा है। लोग वायरल से प्रभावित हो रहे हैं। सरकारी अस्पतालों से लेकर प्राइवेट डाक्टरों तक मरीजों की लंबी लाइन लगी है। वहीं केवल जिला अस्पताल में पिछले तीन दिन में चार हजार से अधिक मरीज दवा लेने पहुंचे हैं। वहीं 472 मरीजों की जांचे हुई हैं। जिसमें से तीन मरीज मलेरिया से पीड़ित निकले। मलेरिया से पीड़ित और वायरल बुखार के मरीजों का उपचार चल रहा है।
जिला अस्पताल के पिछले तीन दिन की बात करें तो 31 अगस्त को 1325 नए मरीज दवा लेने पहुंचे। जिनमें से 102 मरीजों के खून की जांच की गई। जांच में दो मरीज मलेरिया पाजिटिव निकले। एक सिंतबर को रविवार होने के कारण अस्पताल की ओपीडी बंद रही। दो सिंतबर सोमवार को 1665 नए मरीज दवा लेने पहुंचे।
इनमें से 145 मरीजों की खून की जांच की गई। जिसमें से केवल एक मरीज मलेरिया पीड़ित निकाला। तीन सिंतबर मंगलवार को 1245 नए मरीज दवा लेने पहुंचे। जिनमें से 132 मरीजों की खून की जांच की गई है। मंगलवार को हुई खून की जांच की रिर्पोट आज बुधवार को आएगी।
चिकित्सकों ने बताया कि इन दिनों वायरल बुखार चल रहा है। जांच रिपोर्ट में भी अधिकतर मरीज वायरल बुखार से ग्रस्त निकल रहे हैं। गनीमत है कि जिले में एक भी मरीज डेंगू से प्रभावित नहीं निकला है। लेकिन डेंगू सीजन शुरू होने से पहले जिला अस्पताल प्रशासन ने पूरी तरह से अपनी कमर कस ली है।
जिला अस्पताल में हैं 11 वार्ड
जिला अस्पताल के सीएमएस ने बताया कि जिला अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने के लिए कुल 11 वार्ड हैं। जिसमें इमरजेंसी वार्ड, सर्जिकल वार्ड, पेईंग वार्ड, मर्दना हड्डी वार्ड, जनाना हड्डी वार्ड, वर्न वार्ड, मर्दना मेडिकल वार्ड, जनाना मेडिकल वार्ड, आइसोलेशन वार्ड, आई वार्ड, एनआरसी वार्ड शामिल है। सभी वार्डाें में कुल 234 बैड मौजूद हैं।
वायरल सीजन चल रहा है। ऐसे में मरीजों की संख्या बढ़ना स्वाभाविक है। जिला अस्पताल में बीमारियों से निपटने को सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
डा. कप्तान सिंह, सीएमएस जिला अस्पताल